नमामि देवी नर्मदे योजना के लिए लगभग तीन साल पहले 85 लाख रु. में खरीदे गए आम के 1,69,360 पौधे गायब हैं। उद्यानिकी विभाग ने विधानसभा में विधायक के सवाल पूछने पर ताबड़तोड़ जांच रिपोर्ट निकालकर नर्सरी प्रभारी और माली निलंबित कर दिया है। विभाग में इसकी जांच रिपोर्ट छह महीने से दबी पड़ी थी। पौधे खरीदने और रखवाने के लिए जिम्मेदार तीन अफसरों को बचा लिया गया।
बता दें कि उद्यानिकी विभाग ने नमामि देवी नर्मदे योजना में नर्मदा के दोनों किनारे लगाने के लिए 534 करोड़ रुपए के पौधे खरीदे थे। इनमें जबलपुर नर्सरी के लिए वर्ष 2018-19 में आम और अमरूद के 5,88,558 पौधे खरीदे गए थे। इनमें से 3,76,369 रोप दिए गए। बाकी 2,12, 216 पौधे उद्यानिकी नर्सरी में रखवा दिए गए थे।
पौधों की गिनती हुई तो केवल 42,856 पौधे ही स्टॉक में मिले। यानी 1,69,360 पौधे गायब मिले है। पौधे खरीदी में घोटाले की शिकायतों के बाद 3 सितंबर 2020 को जांच रिपोर्ट पेश की गई थी। इसमें आम के पौधे गायब मिलने पर अफसरों की भूमिका पाई गई। ये भी सामने आया है कि कागजों पर काफी पौधों की खरीदी कर दी गई।
विधानसभा सत्र के पहले छोटे कर्मचारियों पर गाज
विधायक मेवाराम जाटव ने 22 फरवरी से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में जांच रिपोर्ट के बावजूद कार्रवाई नहीं करने का सवाल पूछा है। इसके बाद बुधवार को आयुक्त मनोज अग्रवाल ने नर्सरी प्रभारी गणेश मरकाम और माली गोविंद कोष्टी को निलंबित कर दिया। तत्कालीन उप संचालक एस बी सिंह ने स्टॉक बुक रजिस्टर में पौधे की खरीदी बताई, लेकिन पौधा वितरण दर्ज नहीं किया। पौधों की खरीदी के आदेश नोडल अफसर राजेन्द्र सिंह राजौरिया ने दिए थे।
राजौरिया ने तीन करोड़ के पौधों की खरीदी के आदेश संचालनालय की जगह जिलों को दे दिए थे। संयुक्त संचालक आर बी राजोदिया भी दोषी है, जिन्हें लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया था। लेकिन इनमें से किसी पर भी कार्रवाई नहीं हुई।
मैं एक साल तक रोज एक पौधा लगाऊंगा : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा जयंती पर नया संकल्प लिया है। सीएम ने कहा कि हमने तय किया था कि पौधे लगाएंगे। मैं नर्मदा जयंती से एक साल तक लगातार रोज एक पौधे लगाऊंगा। इसकी शुरुआत अमरकंटक से होगी। मेरी दिनचर्या पौधा लगाने से शुरू होगी। अमरकंटक के रहवासियों के हर घर को सीवरेज प्लांट से जोड़ेंगे।