भोपाल: मध्य प्रदेश के अभिभावकों के लिए खबर आई है कि राज्य में 1 से 8वीं तक के स्कूल फिलहाल नहीं खुलने जा रहे हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने ZEE MPCG पर बातचीत में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हेल्थ डिपार्टमेंट की मनाही के बाद एमपी में पहली से आठवीं तक के स्कूल अभी नही खुलेंगे. मंत्री ने कहा कि वह हर सप्ताह कर समीक्षा बैठक रहे हैं. हेल्थ विभाग ने कहा है कि बच्चों को स्कूल बुलाना अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि कोरोना पूरी तरह समाप्त नही हुआ है.
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगले हफ्ते प्राइमरी विद्यालयों को खोलने को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट के साथ वह फिर से समीक्षा बैठक करेंगे. जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर निर्णय लिया जाएगा. इंदर सिंह परमार ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने छोटे बच्चों को लेकर कुछ आशंकाएं जताई हैं. शिक्षा विभाग अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं ले सकता. यह बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा संवदेनशील विषय है.
इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि 1 से 8वीं तक की कक्षाएं 31 मार्च तक बंद रहेंगी. प्राइमरी व मिडिल स्कूलों का नया सत्र 1 अप्रैल से शुरू होगा. अब स्कूल शिक्षा मंत्री ने इसको लेकर स्थिति साफ कर दी है. इसके अलावा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि कोरोना के समय ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को वैक्सीन लगेगी. स्कूल शिक्षा विभाग ने स्वास्थ्य विभाग को फ्रंट लाइन टीचरों की सूची सौंप दी है. कोरोना प्रोटोकॉल के हिसाब से उन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी.
मध्य प्रदेश में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल पिछले साल दिसंबर में ही खोल दिए गए थे. एमपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए टाइम टेबल भी जारी कर दिया है. स्कूलों को कोरोना गाइड लाइंस का पालन करते हुए खोला जा रहा है. साथ ही छात्रों पर स्कूल आने का दबाव नहीं बनाया जा रहा. उन्हें अपनी मर्जी से स्कूल आने के लिए स्वतंत्र छोड़ा गया है. जो बच्चे स्कूल आ रहे हैं उन्हें अपने अभिभावकों की सहमति वाला पत्र भी देना अनिवार्य है. आपको बता दें कि देश के साथ ही मध्स प्रदेश में भी कोरोना वायरस संक्रमण अब धीरे-धीरे दम तोड़ रहा है.