इंदौर। स्वच्छता में नंबर वन शहर इंदौर की निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने शुक्रवार को काम के प्रति एक मिशाल पेश की। 10 जनवरी की रात 8 बजे नगर निगम कार्यालय में बैठक चल रही थी। कहने को ये रुटीन बैठक जैसी ही थी, पर खास बात ये थी कि इसमें निगमायुक्त प्रतिभा पाल भी मौजूद थीं। अगले दिन 11 जनवरी को वे निजी अस्पताल में भर्ती हुईं, जहां उन्होंने बेटे को जन्म दिया।
ये बात आपको जितना चौंका सकती है, उससे कहीं ज्यादा ये हैरान करेगी कि सिर्फ 11 दिन के मातृत्व अवकाश के बाद वे ड्यूटी पर लौट आईं। ड्यूटी भी बिलकुल अलग अंदाज में शुरू की। सुबह 6 बजे अपर आयुक्त संदीप सोनी को कॉल कर कहा, मैं सफाई व्यवस्था देखने मूसाखेड़ी जा रही हूं। सोनी भी उस वक्त फील्ड में ही थे। उन्होंने सेट पर जोनल अफसर सहित अमले को ये बात बताई तो सभी मौके पर पहुंचे। पाल ने स्वच्छता सर्वे के लिहाज से दिशा-निर्देश दिए और रवाना हो गईं। लेकिन काम के प्रति उनके इस जज्बे ने सभी को प्रभावित किया। वे ऐसी पहली महिला आईएएस अफसर बन गई हैं, जो इतने कम समय में मातृत्व अवकाश से लौटीं। दोपहर में भी वे दफ्तर के काम निपटाती रहीं।
तीन इमली चौराहे पर स्थित सुलभ शौचालय के सीवरेज लाइन में लीकेज देख नाराज हुईं।
निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने ओडीएफ प्लस प्लस, 7 स्टार रेटिंग और स्वच्छ सर्वेक्षण को दृष्टिगत रखते हुए सुबह साढ़े 6 बजे से जोन क्रमांक 18 वार्ड क्रमांक 51, 52 व 53 का निरीक्षण किया। वे नवलखा बस स्टैंड के पास स्थित सार्वजनिक शौचालय में सफाई और अन्य व्यवस्थाओं को देखने भी पहुंचीं। इसके बाद वे तीन इमली चौराहे पर स्थित सुलभ शौचालय पहुंचीं, यहां सीवरेज लीकेज को तत्काल सुधारने के आदेश देने के साथ ही लापरवाही बरतने वाले दरोगा का 7 दिन का वेतन काटने के निर्देश भी दिए। तीन इमली ब्रिज के नीचे खानाबदोशों द्वारा गंदगी फैलाने पर पाल ने रिमूव्हल विभाग को इन्हें यहां से हटाकर सुरक्षित स्थान पर इनका इंतजाम करने को कहा। इसके बाद वे आजाद नगर, मूसाखेड़ी भी पहुंची। पवनपुरी काॅलोनी के सर्विस रोड पर कचरा देख रहवासियों को समझाइश दी। इसके अलावा सीएसआई और दरोगा को नहीं मानने पर स्पाॅट फाइन करने को भी कहा। विराट नगर मैदान में रहे रहे मजदूरों को भी सुरक्षित स्थान पर भेजने को कहा।
पाल ने नाला टेपिंग के तहत इंदिरा एकता नगर से खाती मोहल्ला पुलिया तक करीब 750 मीटर की सीवरेज लाइन के काम को भी देखा। इसमें क्षेत्र के लगभग 70 आउटफाॅल जोड़े जाने हैं। इसके अलावा काली पुलिया नाला पर करीब 250 मीटर क्षेत्र में डाली जा रही सीवरेज लाइन के काम को भी देखा। इसमें लगभग 20 आउटफाॅल जोड़े जाने हैं। इसके अलावा उन्होंने मूसाखेड़ी क्षेत्र में स्थित नर्मदा के वाॅल्व से पानी लीकेज होने पर उसे सुधारने के निर्देश दिए।