इंदौर। मेरे जख्म मत कुरेदें। बड़ी मुश्किल से उस अतीत को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ा हूं। मेरी गलती बस इतनी थी कि खासी आने पर जांच करा लिया और मध्य प्रदेश में पहले मरीज की तोहमत ओढ़ ली। इसके बाद पुलिस-प्रशासन, समाज और मीडिया ने मुझे और मेरे परिवार को अपराधी की श्रेणी में खड़ा कर दिया। बीमारी से अधिक पीड़ा मानसिक हुई। उस दौर में मेरी पत्नी, बेटी और मेरे कर्मियों का आत्मबल और सहयोग ही था, जो हम लड़ कर बाहर आए। मेरी जगह कोई और होता तो शायद सुसाइड कर लेता। खुशी की बात है कि कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुआ है। ईमानदारी से आम जनता तक पहुंचे।
मध्य प्रदेश में पहला संक्रमित परिवार
मध्य प्रदेश में 19 मार्च 2020 को पहला केस जबलपुर में सामने आया था। चार केस में तीन संक्रमित एक ही परिवार के गोलबाजार निवासी मुकेश अग्रवाल, उनकी पत्नी सुनीता व बेटी पलक अग्रवाल थीं। तीनों कुछ दिन पहले ही दुबई से लौटे थे। इसके अलावा पचपेढ़ी निवासी जर्मनी से लौटे युवक में इसकी पुष्टि हुई थी। मुकेश अग्रवाल ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए कहा कि मेरे बच्चे बाहर पढ़ रहे हैं। इस कारण इस बीमारी के बारे में मुझे पता था। पर जबलपुर में इसे लेकर ऐसा हौव्वा खड़ा कर दिया गया था कि जैसे अब मेरा परिवार जीवित नहीं बचेगा।
कोरोना के नाम पर उस दौर में दहशत फैली थी
कोरोना को लेकर जागरुकता तो ठीक थी, लेकिन उसके नाम पर दहशत फैली हुई थी। मेरा परिवार मुजरिम बना हुआ था। हर बीमारी ठीक ही होती है। कोरोना से लड़कर मेरा परिवार भी बाहर आया, लेकिन अतीत के उस पन्ने को पलटता हूं तो दर्द ही मिलता है। मेरे खिलाफ FIR तक दर्ज करा दी गई थी। बावजूद इस बीमारी से उबरने के 8वें दिन ही मेरी बेटी पलक व पत्नी सुनीता ने भोपाल जा कर प्लाज्मा देने का जज्बा दिखाया। भोपाल में इस बीमारी से गंभीर रूप से संक्रमित पुलिस विभाग के आरटीओ में पदस्थ आईपीएस स्तर के एक अधिकारी ने यहां के कलेक्टर के माध्यम से अनुरोध किया था।
सवाल जिंदगी बचाने का था, मेरी पत्नी-बेटी तुरंत तैयार हो गई
तत्कालीन कलेक्टर भरत यादव ने गाड़ी की व्यवस्था कर भोपाल भेजा। मेरे रिश्तेदार से लेकर सभी शुभचिंतक मना कर रहे थे। अंदर से मैं भी डरा हुआ था। क्योंकि तब तक भोपाल में यह संक्रमण फैला चुका था। पर सवाल जिंदगी बचाने का था। इस कारण मेरी बेटी व पत्नी जाने के लिए तैयार हुईं। पत्नी सुनीता ने प्लाज्मा डोनेट किया। खुशी की बात है कि एक वर्ष से कम समय में ही कोरोना का वैक्सीन आ गया। कोशिश हो कि जल्द से जल्द इसे हर जरूरतमंद को उपलब्ध करा दिए जाए।