भोपाल। राजधानी में कोराेना की रफ्तार लगातार तेज बनी हुई है। गुरुवार को 325 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। ये पहला मौका है जब लगातार 8 दिन तक 300 से ज्यादा मरीज सामने आए हैं। 19 नवंबर को 381 मरीज मिले थे। इसके बाद से यह सिलसिला लगातार जारी है। इस दौरान मरीजों की संख्या कम हुई, लेकिन आंकड़ा 300 के नीचे नहीं गया। यही वजह है कि पिछले 8 दिनों में कोरोना के नए 2620 मरीज सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही शहर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 31 हजार 951 हो गई है। गुरुवार को पांच मरीजों की मौत हुई। 19 अक्टूबर के बाद शहर में कोरोना से इतनी जानें गई हैं।
फ्री इलाज वाले अस्पतालों में 1720 बेड, इनमें 807 खाली और 913 भरे
संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफे से एकबार फिर अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी है। निशुल्क इलाज वाले चार अस्पतालों में कुल 1720 बेड हैं। इनमें से 913 बेड पर मरीज भर्ती हैं, जबकि 807 बेड खाली हैं। जबकि, प्राइवेट अस्पतालों के 1628 बेड में 242 बेड पर ही मरीज भर्ती हैं और 1386 बेड खाली हैं।
ये तस्वीर डराती है... 38 दिन बाद शहर में पांच मौत
शहर में गुरुवार को 11 मौतें हुईं। इनमें सबसे ज्यादा पांच मरीज भोपाल के शामिल हैं। सागर के दो मरीजों के अलावा सतना, भिण्ड और हरदा के मरीज शामिल हैं।
2597 एक्टिव मरीज, इनमें 1535 होम आइसोलेशन में
शहर में एक्टिव मरीजों की संख्या 2597 हो गई है। इनमें से 1535 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, जो कुल मरीजों की संख्या का 59.10 प्रतिशत है। यानी आधे से भी ज्यादा मरीज होम आइसोलेशन में रह रहे हैं।
विश्रामघाट में बढ़ानी पड़ी कर्मचारियों की संख्या
भदभदा विश्राम घाट पर इन दिनों अंतिम संस्कार के लिए पहुंचने वाली शवों की संख्या बढ़ गई है। यही वजह है कि विश्रामघाट प्रबंधन ने अंतिम संस्कार कराने वाले कर्मचारियों की संख्या चार से बढ़ाकर 6 कर दी है।