उज्जैन। नगर पालिक निगम उज्जैन के सफाईकर्मी की आत्महत्या मामले में देवास गेट थाना पुलिस ने जांच के बाद निगम के ही एक दरोगा और जमादार पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों के खिलाफ नगर निगम विभागीय कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। गौरतलब है कि महाकाल थाना क्षेत्र के कोट मोहल्ला निवासी राजेश पिता कैलाश गोसर उज्जैन नगर पालिक निगम में अस्थाई सफाईकर्मी था। 10 अक्टूबर की सुबह राजेश निगम में ड्यूटी आया, हाज़िरी लगाई। कुछ देर बाद उसकी लाश वनखंडी हनुमान मंदिर सुदामा नगर के एक कुएं में मिली। कुएं के पास पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला था। इसमें उसने निगम के दरोगा लालू पिता मनु गोसर निवासी नलिया बाखल और जमादार फरीद पिता शकील निवासी हेलावाड़ी पर आरोप लगाया था कि ये लोग बेवजह मुझे परेशान करते हैं। ड्यूटी पर आने के बावजूद अनुपस्थिति लगवा देते हैं, जिससे तनख्वाह कट जाती है। इनसे प्रताड़ित होकर ही आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर हूं। 26 दिन बाद प्रकरण दर्ज देवास गेट थाना प्रभारी पृथ्वीसिंह खलाटे ने बताया कि 26 दिनों की जांच के बाद दोनों आरोपियों के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। विभागीय कार्रवाई करेंगे नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल ने कहा कि पुलिस विभाग से जानकारी आने के बाद इस संदर्भ में विभागीय कार्रवाई करेंगे।