भोपाल। मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर क्षेत्र में बच्चे को बोरवेल पर गिरे 48 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अभी तक उसे निकाला ही नहीं जा सका है। बच्चे की तरफ से अब कोई हरकत नहीं हो रही है। हालांकि राहत की बात यह है कि एनडीआरएफ और सेना की संयुक्त कार्रवाई के बाद बच्चे के काफी नजदीक पहुंचा जा चुका है। अभी तक करीब 64 फीट की खुदाई की जा चुकी है। अब मशीनों को बंद कर दिया है।
अब इसे मानवीय तरीको से खोदा जाएगा, ताकि बच्चे तक बनाई जाने वाली सुरंग धंस न जाए। अधिकारियों का कहना है कि पहली प्राथमिकता बच्चे तक सही-सलामत पहुंचना है, ताकि कोई भी हादसा होने पर बच्चे को नुकसान न पहुंचे। एक दिन पहले प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर क्षेत्र में बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाने का प्रयास युद्धस्तर पर जारी है।
बच्चे तक ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है।
करीब 60 फीट की गहराई में है बच्चा
प्रशासनिक और बचाव दल ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य आवश्यक वस्तुओं के साथ रात भर बचाव कार्य में लगा रहा। बच्चा बोरवेल में लगभग 60 फीट की गहराई में फंसा हुआ है। इसके आसपास 64 फीट तक खुदाई की जा चुकी है। निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह 4 वर्षीय प्रहलाद कुशवाह बोरवेल में गिर गया। सूचना मिलने पर पहले ग्रामीण और फिर पुलिस तथा प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। बचाव कार्य में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) की मदद भी ली जा रही है।
मशीनों के द्वारा खुदाई पूरी तरह कर ली गई है। अब मानव द्वारा प्रहलाद तक सुरंग खोदी जाएगी।
माता-पिता वीडियो में देख रहे बच्चे को
बच्चे पर नजर रखने के लिए कैमरा अंदर डाला गया है। इससे टीवी से कनेक्ट किया गया है। यह फुटेज सिर्फ माता-पिता और उनके परिजनों को दिखाए जा रहे हैं। हालांकि अभी यह फुटेज जारी नहीं किए है। सैतपुरा गांव में रहने वाले हरकिशन कुशवाहा अपने चार वर्षीय पुत्र प्रहलाद व स्वजन के साथ बुधवार सुबह नौ बजे खेत पर पहुंचे थे। वह कुछ दिन पूर्व ही खेत में करवाए गए बोरवेल में पाइप डालने की तैयारी में थे। बच्चा खेत में खेलने लगा और वह व अन्य सदस्य पाइप डालने की तैयारी में जुट गए तभी अचानक बच्चा बोरवेल में गिर गया।