क्राइम ब्रांच ने जूनी इंदौर पुलिस के साथ मिलकर चोरी की योजना बना रहे चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। ये माणिकबाग ब्रिज के नीचे पटरी किनारे शटर तोड़ने के औजार रखकर प्लानिंग कर रहे थे। आरोपियों से पूछताछ में एक अनसुलझी चोरी की 1 वारदात का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इनके पास से टामी, पेंचकस, आरी ब्लेड और सरिया जैसे औजार मिले हैं। इन पर अलग-अलग थानों में कई केस दर्ज हैं।
आरोपी लोकेश उर्फ शुभम ।
क्राइम ब्रांच ने सूचना पर जूनी इंदौर पुलिस के साथ मिलकर मणिकबाग ब्रिज के नीचे पटरी के पास घेराबंदी कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन्होंने अपना नाम राहुल उर्फ छोटू पिता नंद किशोर निवासी बेकरी वाली गली पाटनीपुरा, बबलू पिता किशन कश्यप निवासी मालवा मिल, लोकेश उर्फ शुभम पिता सुनील मराठी निवासी नई बस्ती परदेशीपुरा और नीलेश पिता ओमप्रकाश नाई निवासी पाटनीपुरा बताया। पुलिस ने इनके कब्जे से दरवाजा खिड़की तोड़ने में उपयोग होने वाले औजार जैसे टामी, पेचकस, आरी ब्लेड, सरिया बरामद किए।
नीलेश पिता ओमप्रकाश।
पूछताछ में आरोपी राहुल उर्फ छोटू ने एक अनसुलझी चोरी की वारदात का खुलासा किया। आरोपी ने जूनी इंदौर क्षेत्र में एक वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि उसने लॉकडाउन के दौरान एक वृद्ध के घर में घुसकर मोबाइल और नकदी चोरी की थी। आरोपी करीब 12 साल से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है। उसने अब तक करीब 1 दर्जन से भी अधिक अपराध किए हैं। इनमें चोरी, नकबजनी, लूट, डकैती, मारपीट, अवैध तस्करी ऐसे अपराध शामिल हैं। वहीं, आरोपी नीलेश भी आपराधिक किस्म का है, जिसके विरुद्ध करीब 7 अपराध आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट और आबकारी एक्ट सहित चोरी के केस दर्ज हैं।
बबलू पिता किशन कश्यप।