प्रशासन ने भले कंटेनमेंट के नियम शिथिल कर दिए हों, लेकिन कोरोना की रफ्तार को देखते हुए व्यापारी स्वैच्छिक लॉकडाउन करने लगे हैं। बुधवार को क्लॉथ मॉर्केट और लोहा मंडी की कुछ दुकानें एक सप्ताह के लिए बंद कर दी गईं। छप्पन दुकान व्यापारी एसो. ने पिछले सप्ताह हुई भीड़ को देखते हुए शनिवार को 5 और रविवार को शाम 6 बजे दुकानें बंद करने का फैसला लिया है।
एमटी क्लाॅथ मार्केट में साड़ी कारोबारी मोहित जैन सहित 10 दुकानदारों ने एक सप्ताह के लिए दुकानें बंद कर ली हैं। लोहा मंडी में भी कुछ दुकानदारों ने यही फैसला लिया है। मालवा चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष अजीतसिंह नारंग ने संगठनों को बैठक कर जरूरत के अनुसार स्वैच्छिक लॉकडाउन का फैसला लेने को कहा है।
हालांकि अहिल्या चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने सतर्कता से कारोबार खुला रखने की सलाह दी है। उधर, सिंधी समाज ने उठावना, शोकसभा में भीड़ के मद्देनजर 12 सितंबर से स्वामी प्रीतमदास सभागृह व जैकबआबाद भवन बंद कर दिया है। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि हम अन्य एसो. से भी उम्मीद करेंगे कि वे भीड़ पर नियंत्रण के लिए हुए लेफ्ट-राइट या अन्य कोई तरीका अपनाए।
सावधान रहें, लेकिन घबराएं नहीं, क्योंकि 164 आईसीयू और 369 एचडीयू बेड अभी भी खाली
जिला प्रशासन ने सरकारी व निजी मिलाकर 34 अस्पतालों में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए बेड आरक्षित किए हैं। अभी भी आईसीयू के कुल 536 बेड में से 164 खाली हैं। 949 एचडीयू बेड में से भी 369 खाली हैं। हालांकि इसके बाद भी अस्पतालों में बेड को लेकर मारामारी की स्थिति है।
खासकर बड़े निजी अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं जबकि सरकारी में चाचा नेहरू व कैंसर अस्पताल में अब तक कोरोना मरीजों को भर्ती करना ही शुरू नहीं किया गया है। सुपर स्पेशियलिटी के भी 100 में से 98 बेड खाली हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन हाई डिपेंडेंस यूनिट (एचडीयू) और आईसीयू में जगह मिलने में परेशानी आ रही है।
आईसीयू बेड काे लेकर परेशानी आ रही है कोविड के नोडल अधिकारी, डॉ. अमित मालाकार ने बताया कि बेड की उपलब्धता कम नहीं है, आईसीयू बेड में परेशानी आ रही है। 29 अस्पताल हैं। जहां बेड खाली होते हैं, वहां उपलब्ध करा देते हैं।
दिल्ली मॉडल पर एप बनाकर रिसेप्शन पर ही बेड की उपलब्धता बताना जरूरी
पीक के समय दिल्ली में भी बेड को लेकर समस्या आई थी। इस पर दिल्ली सरकार ने एक एप बनाकर रियल टाइम बेड उपलब्धता की जानकारी देना शुरू कर दी। सभी अस्पताल प्रबंधन के लिए इलाज का खर्च और बेड की स्थिति रिसेप्शन पर ही डिस्प्ले करना अनिवार्य कर दिया था। इंदौर प्रशासन ने इलाज का खर्च रिसेप्शन पर बताना जरूरी कर दिया है।
अब तक के सर्वाधिक 312 नए मरीज, पांच की मौत
शहर में बुधवार को एक दिन में अब तक के सबसे ज्यादा 312 नए कोराना मरीज मिले। जबकि पांच लोगों की मौत हो गई। 3245 सैंपल की जांच में 2888 निगेटिव पाए गए। इन्हें मिलाकर शहर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 15 हजार 764 व कोराना से मरने वालों की संख्या 438 हो गई है। हालांकि बुधवार को 230 मरीज कोरोना को परास्त कर घर लौटे। शहर के निजी व सरकारी अस्पतालों तथा होम आइसोलेशन में एक्टिव मरीजों की संख्या 4377 हो गई है।
रूपल श्री अपार्टमेंट में चार दिन में मिले 31 नए मरीज
तेली बाखल, कैलाश मार्ग स्थित 48 फ्लैट वाले रूपल श्री अपार्टमेंट में बुधवार को 17 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। बीते चार दिन में यहां केे 31 लोग पॉजिटिव आ चुके हैं। अपार्टमेंट में करीब सवा दो सौ लोग रहते हैं, जिनमें से डेढ़ सौ लोगों की सैंपलिंग हो चुकी है। बताया जा रहा है कि अपार्टमेंट के कॉमन हाॅल में लोगों के आपस में मिलने के दौरान संक्रमण फैला है। रहवासियों का कहना है कि संक्रमितों की संख्या 39 के करीब है। इसी क्षेत्र में 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत भी हो चुकी है। हालांकि प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा।
आंकड़े : अस्पतालों में बुधवार को अलग-अलग श्रेणी के बेड की संख्या