मध्य प्रदेश के सभी सरकारी और अनुदान प्राप्त कॉलेजों में पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) कोर्स के एडमिशन के लिए आज छात्रों की लिस्ट जारी हो जाएगी। प्रदेश की 1 लाख 29 हजार 129 सीटों पर एडमिशन के लिए छात्रों को 15 सितंबर तक ऑनलाइन फीस भरना होगा। एडमिशन लेने के बाद ई-प्रवेश पोर्टल के माध्यम से 1 हजार रुपए फीस जमा करना है। इसके साथ ही आज से ग्रेजुएशन (यूजी) कोर्स के लिए कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) शुरू होगी। यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी।
7 लाख सीटों के लिए अब तक 1.5 लाख छात्रों ने एडमिशन लिया
राज्य में यूजी की कुल 7 लाख 2 हजार 484 सीटें हैं। पहले चरण में 4 लाख 12 हजार 575 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें से करीब डेढ़ लाख छात्रों ने ही एडमिशन लिया है। शेष सीटों के लिए 10 सितंबर से कॉलेज लेवल काउंसलिंग शुरू होगी। यह मैरिट के आधार पर होगी। यह भी ऑनलाइन ही होगी।
यूजी कोर्स के लिए अब तक की स्थिति
कुल |
छात्र |
पंजीयन |
412575 |
विकल्प देने वाले छात्र |
367883 |
सत्यापन कराया |
337850 |
आवंटन हुआ |
226078 |
एडमिशन लिया |
149232 |
मैरिट के आधार पर मिलेगा एडमिशन
पहले पंजीयन कराने वाले छात्रों को मैरिट के आधार पर संबंधित जिलों में एडमिशन दिया जाएगा। यह प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। हालांकि कागजात सत्यापन के लिए उन्होंने कॉलेज जाना होगा। इस दौरान मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा और सैनिटाइजर की बोतल भी साथ रखना होगा।
फीस भरने के बाद योजना का लाभ नहीं मिलेगा
मुख्यमंत्री मेधावी छात्र योजना और मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना के तहत छात्र फीस भरने के दौरान इसका चयन कर इसका लाभ ले सकते हैं। उन्हें इसके तहत किसी भी तरह की फीस नहीं भरने होगी। हालांकि इसके बाद उन्हें जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराना होंगे। एक बार फीस जमा करने के बाद योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
सिर्फ 50 छात्रों को बुलाया जाएगा
कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए सेंटर की संख्या बढ़ाई गई है। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन किया जा सके। इस दौरान छात्र-छात्राओं को मास्क पहनना और सैनिटाइजर लाना अनिवार्य किया। एक सेंटर में एक दिन में सिर्फ 50 छात्रों को ही बुलाया गया।