नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) पर आज राज्यपालों के सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया. इस सम्मेलन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक समेत सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री, राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपति और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे. इस सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने नई शिक्षा नीति के कई अहम पहलुओं पर बात की. आइए आपको बताते हैं आज के सम्मेलन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई शिक्षा नीति को लेकर कही गई 10 बड़ी बातें. 10 बड़ी बातें पीएम मोदी ने कहा, "राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सही मायने में बिना दबाव के, बिना अभाव और बिना प्रभाव के सीखने के लोकतांत्रिक मूल्यों को हमारी शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा बनाया गया है. नई शिक्षा नीति ने Brain Drain को tackle करने के लिए और सामान्य से सामान्य परिवारों के युवाओं के लिए भी बेस्ट इंटरनेशनल इंस्टीट्यूशंस के कैंपस भारत में स्थापित करने का रास्ता खोला है." राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- देश में जब दुनिया की बड़ी यूनिवर्सिटी अपना कैंपस खोलेंगी तो बच्चों में बाहर जाने की प्रवृत्ति भी कमज़ोर होगी. इससे देश में यूनिवर्सिटीज के बीच कॉम्पिटिशन बढ़ेगा. पीएम मोदी ने कहा, "लंबे समय से ये बातें उठती रही हैं कि हमारे बच्चे बैग और बोर्ड एग्ज़ाम के बोझ तले, परिवार और समाज के दबाव तले दबे जा रहे हैं. इस पॉलिसी में इस समस्या पर भी ध्यान दिया गया है." पीएम मोदी ने कहा, "कोई भी सिस्टम उतना ही इफेक्टिव और सम्मिलित हो सकता है, जितना बेहतर उसका गवर्नेंस मॉडल होता है. यही सोच शिक्षा से जुड़ी गवर्नेंस को लेकर भी ये पॉलिसी रिफ्लेक्ट करती है." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "ये शिक्षा नीति, सरकार की शिक्षा नीति नहीं है. ये देश की शिक्षा नीति है. जैसे विदेश नीति देश की नीति होती है, रक्षा नीति देश की नीति होती है, वैसे ही शिक्षा नीति भी देश की ही नीति है." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "नई शिक्षा नीति में फाउंडेशनल लर्निंग और भाषा समेत टीचर ट्रेनिंग पर भी फोकस किया गया है. " नई शिक्षा नीति के तहत कोशिश ये की जा रही है कि उच्च शिक्षा के हर पहलू, चाहे वो अकेडमिक हो, टेक्निकल हो या फिर वोकेशनल हो, हर प्रकार की शिक्षा को भूमिगत कक्ष से बाहर निकाला जाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "Graded Autonomy के कॉन्सेप्ट्स के पीछे भी कोशिश यही है कि हर कॉलेज, हर यूनिवर्सिटी के बीच हेल्दी कॉम्पिटिशन को बढ़ावा दिया जाए और जो संस्थान बेहतर परफॉर्म करते हैं उनको इनाम दिया जाए." नई शिक्षा नीति, स्टडी के बजाय लर्निंग पर फोकस करती है और Curriculum से और आगे बढ़कर क्रीटिकल थिंकिंग पर ज़ोर देती है. नई शिक्षा नीति में Access और Assessment को लेकर भी व्यापक रिफॉर्म्स किए गए हैं. नई शिक्षा नीति में हर स्टूडेंट को समर्थ बनाने का रास्ता दिखाया गया है.
पीएम मोदी ने कहा, "राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सही मायने में बिना दबाव के, बिना अभाव और बिना प्रभाव के सीखने के लोकतांत्रिक मूल्यों को हमारी शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा बनाया गया है. नई शिक्षा नीति ने Brain Drain को tackle करने के लिए और सामान्य से सामान्य परिवारों के युवाओं के लिए भी बेस्ट इंटरनेशनल इंस्टीट्यूशंस के कैंपस भारत में स्थापित करने का रास्ता खोला है."
राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- देश में जब दुनिया की बड़ी यूनिवर्सिटी अपना कैंपस खोलेंगी तो बच्चों में बाहर जाने की प्रवृत्ति भी कमज़ोर होगी. इससे देश में यूनिवर्सिटीज के बीच कॉम्पिटिशन बढ़ेगा.
पीएम मोदी ने कहा, "लंबे समय से ये बातें उठती रही हैं कि हमारे बच्चे बैग और बोर्ड एग्ज़ाम के बोझ तले, परिवार और समाज के दबाव तले दबे जा रहे हैं. इस पॉलिसी में इस समस्या पर भी ध्यान दिया गया है."
पीएम मोदी ने कहा, "कोई भी सिस्टम उतना ही इफेक्टिव और सम्मिलित हो सकता है, जितना बेहतर उसका गवर्नेंस मॉडल होता है. यही सोच शिक्षा से जुड़ी गवर्नेंस को लेकर भी ये पॉलिसी रिफ्लेक्ट करती है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "ये शिक्षा नीति, सरकार की शिक्षा नीति नहीं है. ये देश की शिक्षा नीति है. जैसे विदेश नीति देश की नीति होती है, रक्षा नीति देश की नीति होती है, वैसे ही शिक्षा नीति भी देश की ही नीति है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "नई शिक्षा नीति में फाउंडेशनल लर्निंग और भाषा समेत टीचर ट्रेनिंग पर भी फोकस किया गया है. "
नई शिक्षा नीति के तहत कोशिश ये की जा रही है कि उच्च शिक्षा के हर पहलू, चाहे वो अकेडमिक हो, टेक्निकल हो या फिर वोकेशनल हो, हर प्रकार की शिक्षा को भूमिगत कक्ष से बाहर निकाला जाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "Graded Autonomy के कॉन्सेप्ट्स के पीछे भी कोशिश यही है कि हर कॉलेज, हर यूनिवर्सिटी के बीच हेल्दी कॉम्पिटिशन को बढ़ावा दिया जाए और जो संस्थान बेहतर परफॉर्म करते हैं उनको इनाम दिया जाए."
नई शिक्षा नीति, स्टडी के बजाय लर्निंग पर फोकस करती है और Curriculum से और आगे बढ़कर क्रीटिकल थिंकिंग पर ज़ोर देती है.
नई शिक्षा नीति में Access और Assessment को लेकर भी व्यापक रिफॉर्म्स किए गए हैं. नई शिक्षा नीति में हर स्टूडेंट को समर्थ बनाने का रास्ता दिखाया गया है.