कोरोना के कारण मार्च माह से ठप शैक्षणिक व्यवस्था में परीक्षाओं की शुरुआत जेईई मेन के साथ हुई। मंगलवार से शुरू हुई परीक्षा में बिहार में 43 केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 63,583 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया है। पहले दिन बीआर्क और बी प्लानिंग की परीक्षा दो पालियों में हुई। पूरे बिहार में पहली पाली में 71% और दूसरी में 68% उपस्थिति रही।
जबकि पटना में पहली शिफ्ट में 72% और दूसरी में 80% अभ्यर्थियाें ने परीक्षा दी। इसमें परीक्षार्थियों को गणित के सवाल सबसे आसान लगे। पाटलिपुत्र कॉलोनी के परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी तान्या ने बताया कि मैंने पहली परीक्षा जनवरी में दी थी। इस बार गणित का पेपर आसान लगा। परीक्षा दो बार टाली गई, जिससे तैयारी के लिए ज्यादा समय मिला। अभय ने बताया कि ड्राइंग में समय लग गया, लेकिन गणित के सवाल आसानी से हल हो गए।
सवालों से ज्यादा कोरोना का दबाव: बदले माहौल में परीक्षा के बारे में परीक्षार्थी एकता ने बताया कि एप्टीट्यूड के सवाल में थोड़ा उलझी और ड्राइंग में थोड़ा समय लग गया। सवाल क्रिएटिविटी पर आधारित थे। लेकिन विषयवार परेशानियां उन परेशानियां से कहीं कम थी, जो कोविड के खतरे के कारण हुईं। जांच के लिए जो लंबी प्रक्रिया हुई वो अलग और मास्क लगाकर परीक्षा देने की समस्या अलग। इसके बावजूद मेरा पेपर अच्छा हुआ।
की-बोर्ड, माउस तक किया गया सेनेटाइज
पहली पाली में पटना में 717 परीक्षार्थियों को परीक्षा देने की व्यवस्था थी। पहली पाली के बाद कम्प्यूटर मॉनिटर, की-बोर्ड, माउस, वेब कैम, डेस्क और कुर्सी सबको सेनेटाइज किया गया। दूसरी पाली में 889 अभ्यर्थियों के लिए व्यवस्था की गई थी। सुबह सात बजे से ही सेनेटाइजेशन शुरू हो गया था।
लॉज व होटल में ठहर सकेंगे परीक्षार्थी
जेईई, नीट, एनडीए सहित अन्य परीक्षाओं का शेड्यूल सितंबर में तय किया गया है। इन परीक्षाओं में एक से दूसरे जिले में अभ्यर्थियों के आवागमन की संभावना है। इन दौरान कोरोना से सुरक्षा मानक का अनुपालन कराने के लिए मंगलवार को प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने समीक्षा बैठक की। पटना में परीक्षा देने के लिए आने वाले परीक्षार्थी लॉज और होटल में ठहर सकेंगे। प्रमंडलीय आयुक्त ने डीएम व एसएसपी को लॉज और होटल की समीक्षा करने का निर्देश दिया। ताकि, परीक्षार्थियों को समस्या न हो।
जेईई मेन की सफलता पर आगे की परीक्षाओं का भविष्य
जेईई मेन छह सितंबर तक होना है और इसकी सफलता पर आगे की परीक्षाओं का भविष्य तय होगा। सितंबर में ही तीन बड़ी परीक्षाएं होनी हैं। 13 सितंबर को नीट हाेना है, जिसके लिए बिहार में 78,960 परीक्षार्थी और पटना व गया में 192 केंद्र होंगे। इससे पहले एसटीईटी 9 से 21 सितंबर तक ऑनलाइन होगा, जिसमें 2.47 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। 22 सितंबर काे बीएड कॉलेजों में दाखिले के लिए बीएडसीईटी होना है। यह परीक्षा राज्य के 10 जिलों में होगी। वहीं एनडीए की प्रवेश परीक्षा छह सितंबर को है जबकि क्लैट 28 सितंबर को।