मध्य प्रदेश के 11 जिलों में मंगलवार सुबह जेईई मेन्स के एग्जाम के दौरान एक अलग तरह का नजारा देखने को मिला। पहली बार छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर एंट्री कराई गई। वहीं, कोविड-19 से बचाव के लिए गाइडलाइन का खास ख्याल रखा गया। एक मीटर की दूरी पर खड़े छात्रों ने हैंड सैनिटाइज किया। फिर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद अंदर उनके एडमिट कार्ड को भी सैनिटाइज्ड किया गया। सेंटर के अंदर छात्रों को मास्क भी उपलब्ध कराया गया। भाेपाल में ट्रिनिटी कैम्पस में परीक्षा हो रही है। वहीं, इंदौर में देवास नाका स्थित आयोन डिजिटल जोन पर परीक्षा शुरू हुई। इस दौरान ना फुल आस्तीन नजर आई, ना हाईहील। सभी छात्र गाइडलाइन का पालन करके ही सेंटर पर पहुंचे।
इंदौर में आयोन डिजिटल जोन पर शुरूहुई परीक्षा।
सुबह दिखा यह नजारा
- बैठने की जगह, मॉनिटर, की-बोर्ड, माउस, वेब कैमरा, डेस्क और कुर्सी को सबसे पहले सैनिटाइज किया गया।
- सेंटर के सभी दरवाजों के हैंडल, रेलिंग, लिफ्ट के बटन आदि को भी सैनिटाइज किया गया।
- परीक्षा केंद्र पर पहुंचे बच्चों को सबसे पहले एक मीटर दूरी पर खड़ा रखा गया।
- परीक्षा केंद्र पहुंचने पर सुरक्षाकर्मी द्वारा हर कैंडीडेट्स की थर्मल स्क्रीनिंग की गई।
- कैंडीडेट्स सैनिटाइजर की 50 एमएल की बोतल परीक्षा केंद्र में साथ लेकर गए।
- कैंडीडेट्स को तीन लेयर वाले मास्क एग्जाम सेंटर में दिए गए।
सभी को रोका, एक-एक कर सोशल डिस्टेंसिंग से जाने दिया।
नीट की परीक्षा 13 सितंबर को
ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट (JEE MAIN EXAM) की परीक्षा 1 से 6 सितंबर के बीच आयोजित की जा रही है। वहीं, नीट की परीक्षा का आयोजन 13 सितंबर को किया जाएगा। ये दोनों ही परीक्षाएं देश की बड़ी परीक्षाएं है क्योंकि इनसे आईआईटी से इंजीनिरिंग और मेडिकल की पढ़ाई का रास्ता खुलता है। हालांकि कोरोनाकाल में ये परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। जिसके लिए छात्रों को अपना ख्याल रखना होगा।
जेईई मेंस: जरूरी जानकारी
- 47493 छात्र मध्यप्रदेश में दें रहे जेईई की परीक्षा
- 7000 स्टूडेंट्स भोपाल से शामिल।
- 8000 स्टूडेंट्स इंदौर से शामिल।
- 31 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) में मिलेगा प्रवेश।
- 11 जिलों में 26 परीक्षा केन्द्र मप्र में बनाए गए।
- 4 परीक्षा केन्द्र भोपाल में बनाए गए (ट्रिनिटी कॉलेज के दो कैंपस, सैम कॉलेज, आईईएस कॉलेज)।
- सुबह 9 से 12/ शाम 3 से 6 दो शिफ्ट में हो रही परीक्षा।
- यह फोटो इंदौर की है। यहां सबसे पहले दूरी, फिर हाथ सैनिटाइज के बाद परीक्षा केंद्र में एंट्री दी गई।
जेईई मेन्स के 11 जिलों और नीट के 5 जिलों में ही सेंटर
मध्यप्रदेश के 52 जिलों में से केवल 11 (उज्जैन, सतना, सागर, रीवा, जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, भोपाल, बैतूल, बालाघाट) में जेईई मेन्स के सेंटर हैं। यानी 41 जिलों के बच्चों को सफर करना पड़ेगा। वहीं, नीट के सेंटर सिर्फ 5 शहरों (भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन) में हैं।
थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही मिला प्रवेश
एनआईटी जैसे इंजीनियरिंग संस्थानों में एडमिशन के लिए जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) मेन्स-2020 का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक ऑनलाइन मोड में किया जा रहा है। परीक्षा दो शिफ्ट में सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक ली जा रही। भोपाल में सैम कॉलेज, आईईएस कॉलेज और ट्रिनिटी कॉलेज को परीक्षा सेंटर बनाया गया है। वहीं, इंदौर में देवास नाका स्थित आयोन डिजिटल जोन, आईपीएस काॅलेज और ओरिएंटल यूनिवर्सिटी में छात्र परीक्षा देंगे।
यह ड्रेस कोड
परीक्षा के लिए खास ड्रेसकोड भी निर्धारित किया गया है। उम्मीदवार को बड़े बटन वाले कपड़ों के साथ ही पूरी आस्तीन के कपड़ों को पहनने की मनाही है। मोटे तलवे वाले या हाई हील शूज और सैंडल भी नहीं पहन सकते।