एजुकेशन हब के तौर पर पहचान बना चुके इंदौर को 58 साल बाद नया गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज मिलने जा रहा है। यह कॉलेज राऊ के समीप बिजलपुर क्षेत्र में शुरू होगा। शासन ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। संभावना है कि 2021-22 के सेशन से यह कॉलेज शुरू हो जाएगा। ठीक 58 साल पहले 1963 में न्यू जीडीसी (शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई गर्ल्स पीजी कॉलेज) शुरू हुआ था, जबकि उसके पहले 1956 में ओल्ड जीडीसी (शासकीय माता जीजाबाई गर्ल्स पीजी कॉलेज) शुरू हुआ था। यह शहर का पहला गर्ल्स कॉलेज था।
अब शहर को तीसरे गर्ल्स कॉलेज की सौगात मिलने जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने और प्रोफेशनल के साथ परंपरागत कोर्स में एडमिशन के लिए भी लगातार बढ़ती प्रतिस्पर्धा के लिहाज से यह अहम निर्णय है। अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ. सुरेश सिलावट का कहना है इंदौर के बिजलपुर में नया गर्ल्स कॉलेज खुलेगा। शासन की तरफ से विस्तृत जानकारी मांगी गई है।
- 08 गर्ल्स कॉलेज हैं अभी शहर में
- 27 हजार से ज्यादा छात्राएं इन कॉलेजों में पढ़ रही हैं
- 43 कोर्स हैं इनमें
- 10 नए कोर्स के साथ नई शिक्षा नीति के तहत अगले साल शुरू हो सकता है बिजलपुर में नया कॉलेज
आर्ट, कॉमर्स व साइंस स्ट्रीम के साथ होस्टल भी रहेगा
- बीकॉम-बीबीए, बीए और बीएससी तीनों स्ट्रीम के कोर्स शुरू होंगे।
- होस्टल की सुविधा भी साथ ही रहेगी। संभावना है कि होस्टल का निर्माण भी भवन निर्माण के साथ ही होगा।
- ऐसी जगह का चयन होगा जो छात्राओं के आने-जाने के लिहाज से सुविधाजनक हो।
- कॉलेज की शुरुआत के साथ लाइब्रेरी, लैब और संस्कृति केंद्र भी तैयार होंगे।
- ओल्ड जीडीसी में रिकॉर्ड साढ़े नौ हजार छात्राएं
गर्ल्स कॉलेजों में एडमिशन की मांग इतनी ज्यादा है कि शहर के अग्रणी माने जाने वाले ओल्ड जीडीसी में छात्राओं की संख्या रिकॉर्ड 9600 तक पहुंच गई है। ऐसे में नया कॉलेज खुलने से छात्राओं को बड़ा फायदा यह मिलेगा कि उन्हें पसंदीदा कॉलेज चुनने व घर के पास कॉलेज का विकल्प मिलेगा।