देश में फैले कोरोना महामारी के मद्देनजर रविवार को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) मुंबई ने एक वर्चुअल कॉन्वोकेशन सेरेमनी का आयोजन किया। आईआईटी मुंबई के मुताबिक कोरोना महामारी के दौरान सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए इंस्टीट्यूट ने अपने ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए वर्चुअल मोड के जरिए 58 वां वार्षिक दीक्षांत समारोह आयोजित किया।
इंस्टीट्यूट की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति बताया गया कि मौजूदा हालात की वजह से इंस्टीट्यूट स्टूडेंट्स को प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थान से पास होने की उपलब्धि और गर्व की भावना से वंचित नहीं करना चाहता था। ऐसे में उन्होंने वर्चुअल कॉन्वोकेशन करने का फैसला किया।
62 साल में पहली हुआ वर्चुअल कॉन्वोकेशन
इस वर्चुअल कॉन्वोकेशन सेरेमनी के दौरान सभी स्टूडेंट और मुख्य अतिथि का एक वर्चुअल अवतार बनाया गया। डिजिटल मोड से बनाए गए इन स्टूडेंट्स को निर्देशक प्रोफेसर सुभाशीष चौधरी के वर्चुअल अवतार से डिग्री दी गई। इसके अलावा पदक विजेताओं के भी मुख्य अतिथि के डिजिटल अवतार से पदक प्राप्त हुए। संस्थान के 62 साल के इतिहास में यह पहली बार था, जब स्टूडेंट्स और प्रोफेसर के वर्चुअल अवतार के साथ दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया।
इंस्टीट्यूट की फेस टू फेस क्लासेस रद्द
इससे पहले जून महीने में आईआईटी मुंबई देश का ऐसा पहला इंस्टिट्यूट बना, जिसने साल भर की लिए सभी फेस टू फेस क्लासेस रद्द कर ऑनलाइन पढ़ाई करने का फैसला किया। इस बारे में इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सुभाशीष चौधरी ने कहा कि उनके लिए स्टूडेंट्स की सुरक्षा जरूरी है। ऐसे में मौजूदा हालात को देखते हुए संस्थान ने यह फैसला किया।