मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (MPBSE) ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए अहम फैसला लिया है। फैसले के मुताबिक 9वी से 12वीं तक के स्टूडेंट्स को तिमाही और छहमाही यानी कि अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं नहीं देनी होगी। इस बार इन स्टूडेंट्स का ऑनलाइन आंतरिक मूल्यांकन किया जाएगा। दरअसल, कोरोना के कारण बने हालात की वजह से स्कूल नहीं खुलने पर बोर्ड ने यह फैसला लिया। मीडिया रिपोटर् के मुताबिक बोर्ड का कहना है कि स्कूल-कॉलेज बंद होने की वजह से स्टूडेंट्स का मूल्यांकन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में बोर्ड ने फैसला लिया है कि तिमाही और छहमाही परीक्षा की जगह स्टूडेंट्स का ऑनलाइन आंतरिक मूल्यांकन कराया जाएगा।
ओपन बुकमेथेड पर आधारित होगा मूल्यांकन
इस बारे में माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। वहीं, अगर ऑनलाइन आंतरिक मूल्यांकन की बात करें तो यह ओपन बुकमेथेड पर आधारित होगा। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल स्टूडेंट्स को मोबाइल पर प्रश्नपत्र भेजेगा। स्टूडेंट्स को इस प्रश्न पत्र को तय समय में सॉल्व कर आंसरशीट स्कूल में जमा करनी होगी। स्कूल के टीचर्स आंसर शीट चेक करने के बाद बोर्ड की वेबसाइट में मोबाइल ऐप के जरिए नंबर भेजेंगे।
1 सितंबर से शुरू होगी ऑनलाइन नया सत्र
इस बार बोर्ड नए ऑनलाइन शैक्षणिक सत्र की शुरुआत 1 सितंबर से करने जा रहा है। इसके मुताबिक छह महीने के अंदर कोर्स खत्म करना होगा। इस बार कोरोना की वजह से मार्च से ही स्कूल-बंद चल रहे हैं। वहीं, अभी तक हालातों में कोई सुधार नहीं होने के कारण फिलहाल स्कूल खुल नहीं पा रहे हैं। ऐसे में अब ऑनलाइन क्लासेस संचालित की जा रही हैं। वहीं, स्टूडेंट्स का बोझ कम करने के लिए यूपी, सीबीएसई सहित अन्य बोर्ड ने 10वीं - 12वीं का सिलेबस 30 फीसदी तक कम कर दिया है।