जिन राहत साहब को सुनने उमड़ती थी हजारों की भीड़, उन्हें सुपुर्दे खाक करने 30 लोग ही जा सके

Posted By: Himmat Jaithwar
8/12/2020

मशहूर शायर राहत इंदौरी नहीं रहे। मंगलवार शाम 5 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। रात 10 बजकर 45 मिनट में छोटी खजरानी मस्जिद में नमाजे जनाजा के बाद उन्हें सुपुर्दे खाक कर दिया गया। यहां कोराेनाकाल की एक ऐसी त्रासदी देखने को मिली, जिन राहत साहब को सुनने भीड़ उमड़ती थी, उनकी अंतिम यात्रा में 30 लोग ही मौजूद रह पाए। उनमें भी आधे पीपीई किट पहनकर कब्रिस्तान के भीतर पहुंचे।

पीपीई किट पहनकर पार्थिव देह को कब्रिस्तान के भीतर लेकर गए।

राहत साहब को रात में सुपुर्दे खाक करने की जैसे ही एमआईजी पुलिस को जानकारी मिली। रात 8 बजे से मस्जिद और आसपास बैरिकेडिंग कर दी गई। कुछ देर बाद एमपीईबी की गाड़ी ने कब्रिस्तान के आसपास लाइटिंग की। सीएसपी ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। थाना प्रभारी भी टीम के साथ मौके पर मौजूद रहे। पुलिस जवानों के साथ ही भीतर जाने वाले सभी लोगों को पीपीई किट पहनाया गया। राहत साहब के चाहने वाले 100 से ज्यादा लोग मस्जिद के आसपास मौजूद रहे।

रात 9 बजे से ही लोग कब्रिस्तान पर पहुंचने लगे।

माैके पर पहुंचे एडीएम पवन जैन ने चेतावनी देते हुए भीड़ से कहा कि अनुमति वाले ही भीतर जाएंगे। यदि किसी ने कानून का उल्लंघन किया तो धारा 144 में कार्रवाई की जाएगी। रात 10 बजकर 26 मिनट पर एम्बुलेंस से बॉडी कब्रिस्तान पहुंची। मस्जिद के बाहर करीब 30 लोगों ने काजी रेहान फारुकी की मौजूदगी में जनाजे की नमाज अदा की। इसके बाद जनाजे के साथ 30 लोग कब्रिस्तान के भीतर पहुंचे। जहां राहत साहब को सुपुर्दे खाक किया गया।

काजी रेहान फारुकी की मौजूदगी में नमाज अदा की गई।

रविवार रात खांसी, बुखार और घबराहट होने पर वे निजी अस्पताल जांच के पहुंचे थे। यहां जांच में निमोनिया पाया गया। इसके बाद उनके सैंपल लिए गए और उन्हें अरबिंदो कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात में रिपाेर्ट आई और वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए। मंगलवार सुबह खुद उन्होंने ही ट्वीट कर अपने संक्रमित होने की जानकारी दी। इसके बाद उन्हें आईसीयू में रखा गया, जहां दोपहर में उन्हें पहल अटैक आया और करीब दो घंटे बाद 5 बजे उन्हें दूसरा अटैक आया और फिर उन्हें बचाया नहीं जा सका।

दो बार आया हार्टअटैक

अरबिंदो मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन डॉ. विनोद भंडारी ने बताया कि राहत साहब की शुगर बढ़ी हुई थी। सुबह तक तो वे ठीक थे, लेकिन दोपहर में अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें हार्ट अटैक आया। इलाज के दौरान उनमें कुछ सुधार आ, लेकिन दो घंटे बाद दूसरा अटैक आया और फिर उन्हें बचाया नहीं जा सका।

पुलिस ने रात 8 बजे से ही कब्रिस्तान के आसपास आवाजाही बंद कर दी थी।

खुद ही ट्वीट कर दी थी जानकारी
70 वर्षीय राहत इंदौरी ने मंगलवार सुबह खुद ट्वीट कर अपने संक्रमित होने की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि "कोविड-19 के शुरुआती लक्षण दिखाई देने पर कल (सोमवार) मेरा कोरोना टेस्ट किया गया, जिसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई है।' "दुआ कीजिए (मैं) जल्द से जल्द इस बीमारी को हरा दूं।'

एडीएम ने भीड़ को जाने के लिए कहा, जिसके बाद वहां मौजूद लोग लौट गए।

सीएम बोले- राहत इंदौरी का निधन अपूरणीय क्षति
अपनी शायरी से लाखों-करोड़ों दिलों पर राज करने वाले मशहूर शायर, हरदिल अजीज राहत इंदौरी का निधन प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति दे और परिजन और चाहने वालों को इस अपार दु:ख को सहन करने की शक्ति दे।

पुलिस के साथ कब्रिस्तान में जाने वालों ने पीपीई किट पहनी।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का ट्वीट - ख्यात शायर, प्रदेश ही नहीं देश की शान राहत इंदौरी के निधन का समाचार सुन मैं स्तब्ध हूं। उनके अस्वस्थ होने पर हम सभी ने दुआ की कि वे जल्द स्वस्थ हो लेकिन वो हमें यूं अचानक, असमय छोड़ जाएंगे, यह विश्वास नहीं हो रहा।



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