मुंबई: देश में कोरोना वायरस (corona virus) के संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं. राज्य में अब तक 89 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. महाराष्ट्र में मौजूदा हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लिया बड़ा फैसला लेते हुए राज्यभर में कर्फ्यू लगाया है. प्रदेश की सीमाओं को सील कर दिया गया है. धारा 144 पहले से लागू थी, अब सरकार ने कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है. सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे. जिले के सरहद बंद रहेंगे. कानून तोड़ने वालों पर मामला दर्ज करते हुए कड़ी करवाई की जाएगी. निजी गाड़ियां रास्ते पर नहीं चलेंगी.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कर्फ्यू की घोषणा करते हुए कहा, "आज मैं पूरे राज्य में कर्फ्यू लगाने के लिए बाध्य हूं. लोग बात नहीं मान रहे हैं और इसलिए हम कदम उठाने के लिए मजबूर हैं."
ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कल हमने प्रदेश की सभी सीमाएं सील कर दी थीं और आज हम जिल की सीमाएं सील कर रहे हैं. हम इस वायरस को उन जिलों में नहीं फैलने देंगे जो अभी तक प्रभावित नहीं हैं."
सीएम ठाकरे ने कहा, "कर्फ्यू के दौरान राशन का सामान, दूध, बेकरी, मेडिकल दुकानें खुली रहेंगी. लोग को घबरानी की जरूरत नहीं है. सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे. केवल पुजारी और मौलवी अकेले इन स्थलों में मौजूद रहकर प्रार्थना/इबादत करेंते."
सरकार लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने की अपील कर रही है. कुछ लोग सरकार की अपील को अनसुना कर रहे हैं. ऐसे में सरकार ने लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. महाराष्ट्र के नासिक में जमावबंदी कानून का उल्लंघन करने वाले 45 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
इससे पहले, बेवजह घर से बाहर निकलने वालों के खिलाफ नागपुर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है. जमावबंदी का उल्लंघन करने और घर से बाहर निकलने का वाजिब कारण नहीं बताने वाले 15 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. नागपुर के कोराडी रोड पर धारा 144 का उल्लंघन करने वालों को हिरासत में लिया.