रतलाम। गृह और जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार प्रातः जेलों में बंदी-परिजनों की ई-मुलाकात योजना का ई- लोकार्पण किया। उन्होंने बताया कि अबजेलों में बंदी अपने परिजन से ई-मुलाकात कर सकेंगे। परिजनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा बंदियों से मुलाकात कराई जायेगी। ई-लोकार्पण अवसर पर महानिदेशक जेल श्री संजय चौधरी उपस्थित थे।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि बंदियों को उनके परिजनों से समय-समय पर जेलों में ही मुलाकात कराने का प्रावधान है। वर्तमान में कोविड-19 महामारी के कारण मार्च के द्वितीय सप्ताह से मुलाकात व्यवस्था बंद कर दी गई है। अब बन्दियों के परिजनों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। योजना के शुभारंभ अवसर पर चार बन्दियों के परिजनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात कराई गई।
डीआईजी जेल श्री संजय पाण्डे ने बताया कि जेलों में परिरूद्ध बंदियों की जानकारी को भारत सरकार के NIC के ई-प्रिजन सॉफ्टवेयर के माध्यम से कम्प्यूटर पर संकलित किया जाता है। इस सॉफ्टवेयर में ई-मुलाकात व्यवस्था का प्रावधान है। ई-मुलाकात व्यवस्था के अंतर्गत बंदियों के परिजन www.e-prisons.nic.in वेबसाईट के माध्यम से मुलाकात करने हेतु आवेदन कर सकते हैं। जेल अधीक्षक भोपाल श्री दिनेश नरगांवे ने बताया ई- मुलाकात के आवेदन जेल अधीक्षक द्वारा स्वीकृत होने पर बंदी के परिजन अपने घर से ही एक स्मार्ट फोन/ डेस्कटॉप/ टेब के माध्यम से अथवा किसी mponline सेंटर से, वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से बंदी से ई-मुलाकात कर उनका वीडियो देख सकेंगे एवं उनसे बात कर सकेंगे।
इस व्यवस्था के प्रारंभ होने से कोविड महामारी की इस कठिन परिस्थिति में बंदियों के परिजनों के अपने घर से जेल पर उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे बंदियों को एवं उनके परिजनों को मुलाकात में सुविधा होगी। तात्कालिक लाभ के रूप में बंदियों के तनाव व अवसाद में कमी आयेगी और दीर्घकालिक लाभ के रूप में बंदियों के परिजनों की समय, श्रम एवं आर्थिक बचत होगी।