वायुसेना को नई ताकत देने वाले लड़ाकू विमान राफेल ने भारतीय सरजमीं पर लैंड किया तो अंबाला से इस्लामाबाद तक इसकी गूंज सुनाई देने लगी। पाकिस्तान में राफेल के बारे में जानने के लिए ऐसी होड़ मची कि गूगल सर्च में यह ट्रेंड करने लगा। पाकिस्तान में कोई राफेल की कीमत जानने के लिए तो कोई दुनिया का सबसे अच्छा फाइटर जेट सर्च करने में जुटा था। कुछ पाकिस्तानी अंबाला खोज रहे थे।
बता दें सुखोई विमानों की निगहबानी में पांच आसमान को चीरते हुए जोरदार गर्जना के साथ आगे बढ़ रहे राफेल अंबाला एयरबेस पर उतरे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद ट्वीट कर कहा कि बर्ड्स(विमान) सुरक्षित लैंड कर गए हैं। एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। भारत ने वायुसेना के लिए 36 राफेल विमान खरीदने के लिए चार साल पहले फ्रांस के साथ 59 हजार करोड़ रुपये का करार किया था।
पाकिस्तान में जब ट्रेंड करने लगा राफेल
भारत में राफेल आने की खबरों के बाद से ही पाकिस्तानियों में राफेल के प्रति उत्सुकता बढ़ गई थी। 29 जुलाई की सुबह 10 बजे से ही पाकिस्तान में राफेल ट्रेंड करने लगा। शाम तक यह टॉप ट्रेंड में आ गया। सिंध हो या ब्लूचिस्तान या फिर खैबर पख्तूनवा, पूरे पाकिस्तान में राफेल की धमक दिखने लगी। गूगल ट्रेंड के मुताबिक पाकिस्तान में बुधावार को rafale aircraft price, world best fighter jet, what is raale और ambala सर्च किया जा रहा था। इससे पता चलता है कि पाकिस्तानी न केवल राफेल के बारे में सबकुछ जान लेना चाहते थे बल्कि भारतीय वायुसेना के बारे में भी वो जानना चाहते थे। कुछ तो फाइटर एयरक्राफ्ट F-16 और राफेल में कौन बेहतर है, इसको जानने के लिए f-16 vs rafale सर्च कर रहे थे और यह सर्च गुरुवार को भी जारी है। अभी भी गिलगित-बाल्टिस्तान, बलूचिस्तान, इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र, सिंध और पंजाब में राफेल ट्रेड कर रहा है।
ऐसे चला घटनाक्रम
- 1.30 बजे : लड़ाकू विमानों ने संयुक्त अरब अमीरात से भारत के लिए उड़ान भरी
- 1:59 बजे : भारतीय वायुक्षेत्र में प्रवेश करते ही युद्धपोत आईएनएस कोलकाता से संपर्क किया
- 2:18 बजे : राफेल लड़ाकू विमान मुंबई एयरस्पेस में पहुंच गए
- 2.29 बजे : रक्षा मंत्रालय की तरफ से राफेल विमानों की पहली तस्वीर जारी
- 03.10 बजे : सभी पांच राफेल अंबाला एयरबेस पर सुरक्षित उतर गए
- 3:17 : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर राफेल के लैंड होने की जानकारी दी
- 3.30 बजे : सुरक्षित लैंडिंग के बाद राफेल को वॉटर सैल्यूट दिया गया
41 साल बाद किसी नए विमान की अंबाला में पहली लैंडिंग
राफेल से पहले 1979 में ब्रिटेन के जगुआर विमान भारतीय बेड़े में शामिल होने के लिए पहली बार अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर उतरे थे। अंबाला में जगुआर की दो और मिग-21 बिसोन की एक टुकड़ी पहले ही तैनात हैं। अंबाला एक सामरिक महत्व का सैन्य अड्डा है, जहां पर ब्रह्मोस मिसाइल भी तैनात हैं। थलसेना की खड़गा स्ट्राइक कोर (2 कोर) का हेडक्वार्टर भी अंबाला एयरबेस के बेहद करीब है।