अयोध्या। देश और दुनिया में कोरोनवायरस की दहशत के बीच अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि परिसर में रामलला को फाइबर के नए मंदिर में विराजमान करने का काम सोमवार को शुरू हो गया। अस्थाई मंदिर स्थल का शुद्धिकरण का अनुष्ठान किया जा रहा है। टेंट के मंदिर और फाइबर मंदिर स्थल दोनों स्थानों पर शुद्धिकरण अनुष्ठान चल रहा है। संतों के मुताबिक, इसमें 10 से ज्यादा पंडित शामिल हैं। 25 मार्च तक रामलला नए मंदिर में शिफ्ट हो सकते हैं।
दिल्ली और काशी के भी कुछ विद्वान बुलाए गए हैं। मंदिर ट्रस्ट के सूत्रों ने बताया कि कई तरह की पूजा पद्धति अपनाई गई है, जिससे नए स्थल को जागृत किया जा रहा है और रामलला से प्रार्थना की जा रही है कि जब तक स्थाई मंदिर न बन जाए, तब तक इस स्थल पर आसन ग्रहण करें।
टेंट से अस्थाई मंदिर में प्रतिष्ठित करने के लिए प्रार्थना की जा रही है
वहीं टेंट के मंदिर में रामलला से नए मंदिर में चलने के लिए प्रार्थना की जा रही हैं। अनुष्ठान के कार्यक्रम के बाद रामलला की शिफ्टिंग नए अस्थाई मंदिर में 25 मार्च को सुबह 4 बजे कर दी जाएगी।कोरोनावायरस संकट के चलते अनुष्ठान में भीड़ के जमावड़े को रोका जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ को इसमें शामिल होना है, लेकिन अभी उनका कार्यक्रम नहीं आया है।