भोपाल. कोरोना के बढ़ते मामलों काे देखते हुए जिला प्रशाासन ने भोपाल में 31 जुलाई तक हर रविवार को कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया है। यानी सभी बाजार, कार्यालय, प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहेंगे। हालांकि दूध पार्लर, मेडिकल स्टोर, अस्पताल, इमरजेंसी सर्विस से जुड़ा परिवहन, रात में बाहर से आने वाले लोगों पर यह अादेश लागू नहीं हाेगा। सिर्फ लोगों के बेवजह बाहर निकलने पर पाबंदी रहेगी। उल्लंघन पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा इब्राहिमगंज में 12 से 19 जुलाई तक टोटल लॉकडाउन रहेगा। शेष स्थानों पर पहले की तरह गतिविधियां संचालित हाेंगी। यानी सोमवार से शुक्रवार तक बाजार खुलेंगे। कर्फ्यू के लिए रविवार का दिन इसलिए चुना गया, ताकि संक्रमित इलाकों के साथ ही अन्य क्षेत्रों को सैनिटाइज किया जा सके। भीड़ कम होगी तो खतरा भी कम होगा।
कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा है कि यदि केस बढ़े तो इब्राहिमगंज की तरह अन्य क्षेत्रों को भी लॉकडाउन किया जाएगा। इसलिए लोग गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें। इससे पहले शुक्रवार को भोपाल में 7 दिन के लिए लॉकडाउन का मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। कलेक्टर ने कहा है कि यह भ्रामक जानकारी है। इसे फैलाने वाले पर साइबर सेल और पुलिस कार्रवाई करेगी।
लोगों के सुझाव, ऐसे कंट्रोल कर सकते हैं स्थिति
जिन क्षेत्रों में कोरोना तेजी से फैल रहा है वहां बैरिकेडिंग की जाए और 10 दिन के लिए लाॅकडाउन किया जाए। इब्राहिमगंज का फार्मूला अन्य क्षेत्रों में भी लागू हो। चाय-नाश्ते की दुकानों पर भी जमकर भीड़ लगती है, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होता, इस पर भी नजर रखी जानी चाहिए।- उमेश मिश्रा ,व्यवसायी
भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया से सीधी बात
सवाल- हफ्ते में एक दिन का लॉकडाउन करने से क्या फायदा?
जवाब- छुट्टी के दिन बाजार, डैम, झील पर भीड़ हो रही थी। लोग बेवजह बाहर निकल रहे हैं। रविवार काे पूर्णबंदी से कोरोना नियंत्रण में मदद मिलेगी।
सवाल- क्या प्रशासन कोरोना संक्रमण रोकने का कोई मजबूत फॉर्मूला नहीं ला पा रहा?
जवाब- भोपाल में जांचें बड़े पैमाने पर हो रही हैं। इसलिए मामले बढ़ रहे हैं। इसे रोकने के लिए मास्क लगाएं, गाइडलाइन का पालन करें।
सवाल- क्या अन्य संवेदनशील इलाकों को भी कंटेनमेंट करके कंट्रोल नहीं किया जा सकता?
जवाब- जिन क्षेत्रों में केस बढ़ेंगे, लोग लापरवाही करेंगे, वहां कंटेनमेंट कर सकते हैं। रविवार को घर से बाहर न जाएं।
प्रदेश का हाल... छतरपुर-टीकमगढ़ में 3-3 दिन का लॉकडाउन शुरू
- इंदौर : रविवार को पूर्ण बंदी है। कलेक्टर ने कहा है- जो बाहर निकलेगा, उसे पकड़कर अस्थाई जेल में डालेंगे।
- मंदसौर : शनिवार शाम 7 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन। नीमच-रतलाम में एडवाइजरी नहीं आई।
- शिवपुरी : यहां सात दिन का लॉकडाउन चल रहा है, जो रविवार तक प्रभावी रहेगा। भिंड में सोमवार तक लॉकडाउन है।
- मुरैना : पहले से ही टोटाल लॉकडाउन है। यहां अब हर दिन 1000 सैंपल जांचे जाएंगे। ग्वालियर से चार टीमें आएंगी।
- ग्वालियर : सोम से शनिवार तक बाजार खुलेंगे। रविवार को टोटल लॉकडाउन रहेगा। दतिया में आज एडवाइजरी आएगी।
- छतरपुर : यहां और टीकमगढ़ में 3-3 दिन का लॉकडाउन शुरू हो गया है। निवाड़ी में 11 और 12 जुलाई को बंदी।
- बुरहानपुर : महाराष्ट्र से लगी सीमा सील। बिना अनुमति नहीं आ सकते। जो आएंगे वो 14 दिन क्वारेंटाइन रहेंगे।
- सागर : शनिवार को जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में लॉकडाउन के स्वरूप पर फैसला होगा।
मुरैना में 101, इंदौर में 89, ग्वालियर 68, भोपाल में 64 नए केस मिले
मुरैना में शुक्रवार को 101, इंदौर में 89, ग्वालियर में 68, शिवपुरी में 33 नए मरीज मिले हैं। इंदौर में 3 मरीजों की मौत भी हुई। स्टाफ संक्रमित मिलने से यहां दो अस्पताल सील कर दिए गए। ग्वालियर-चंबल में लगातार बढ़ रहे संक्रमण ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर व मुरैना जाएंगे। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने निर्देश दिए कि मुरैना में अब हर दिन 1000 सैंपल जांचे जाएं। ग्वालियर से 4 टीमें यहां भेजी जाएंगी। भोपाल से एंटी इम्युन टेस्ट किट आएगी। अभी यहां 300 टेस्ट रोज हो रहे हैं।
राजधानी में शुक्रवार को 64 नए केस मिले, 5 मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। नए केस में अरेरा कॉलोनी के चार मरीज हैं। नए संक्रमितों में मंत्रालय के दो अन्य कर्मचारी भी शामिल हैं। यहां अब 16 संक्रमित हैं।