श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में भाजपा के बांदीपाेरा जिलाध्यक्ष वसीम बारी की हत्या पूर्व नियाेजित थी। इसकी साजिश पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने रची थी। यह जानकारी गुरुवार को बांदीपाेरा पहुंचे कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने कही। उन्होंने बताया कि बारी की हत्या में दाे आतंकी लिप्त हैं। इनमें एक पाकिस्तानी और एक स्थानीय आबिद नाम का आतंकी है। यह सुरक्षा में चूक का मामला है। सुरक्षाकर्मी चाैकस रहते ताे आतंकी मार गिराए जाते।
बता दें कि 38 वर्षीय भाजपा नेता वसीम, उनके पिता बशीर अहमद और भाई उमर बशीर काे बुधवार रात 9 बजे आतंकियाें ने नजदीक से गोली मार दी थी। वारदात में सभी घायल हाे गए थे। तीनाें काे अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हाेंने दम ताेड़ दिया।
अब तक 10 पुलिसकर्मी गिरफ्तार
वसीम की सुरक्षा में तैनात तीन पुलिसकर्मियाें काे गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही अब तक 10 पुलिसकर्मी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सभी 10 पुलिसकर्मियाें काे बर्खास्त कर दिया गया है। विजय कुमार ने बताया कि आतंकी वसीम बारी पर निगाह रखे हुए थे। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि जब वे अपने ससुराल जाने के लिए निकले थे, ताे एक व्यक्ति उन पर निगाह रखे हुए था। जब वे लाैटे, तब भी वह व्यक्ति उसी जगह माैजूद था।
सुरक्षा में कमी नहीं: आईजी
विजय कुमार ने कहा कि भाजपा नेता की सुरक्षा में काेई कमी नहीं की गई थी। बारी काे 10 पीएसओ उपलब्ध कराए गए थे। इनमें से 2 सुरक्षा विंग और 8 जिला पुलिस के जवान थे। यदि दाे पीएसओ भी माैके पर माैजूद रहे हाेते ताे वे आतंकियों काे मार गिराते। यह हमारी तरफ से चूक है।
उधर, भारतीय जनता युवा माेर्चा के कार्यकर्ताओं ने वसीम बारी की हत्या के खिलाफ जम्मू में प्रदर्शन किया। वहीं, भाजपा के कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि वसीम बारी का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
जम्मू के नेताओं ने की निंदा
- भाजपा कार्यकर्ता और उनके पिता पर जानलेवा हमले की खबर सुनकर दुखी हूं। मैं इसकी निंदा करता हूं। राजनीतिक कार्यकर्ताओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। - उमर अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री
- घाटी में हिंसा का सिलसिला लगातार जारी है। कश्मीर घाटी में राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या से आहत हूं। प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहा है। - महबूबा मुफ्ती, पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख