उज्जैन. उज्जैन के आटा-मैदा कारोबारी सोमवार रात दो लाख रु. के साथ लापता हो गए। वे कलेक्शन की रािश लेकर लौट रहे थे। परिजन ने अपहरण की आशंका जताई है। फव्वारा चौक निवासी व्यापारी रितेश सिरोलिया उम्र 38 साल सोमवार सुबह 8 बजे अपनी कार से अकेले घर से निकले। वे चंपक सेल्स के नाम से आटा-मैदा का कारोबार करते हैं।
बड़े भाई चंपक सिरोलिया ने बताया रितेश ने शाजापुर और बेरछा जाने की बात कही थी। शाम 5 बजे उसने फोन पर बताया था कि करीब दो लाख रुपए कलेक्ट किए हैं। डेढ़ घंटे में उज्जैन आ रहा हूं। जब शाम 7 बजे तक रितेश घर नहीं पहुंचे तो फोन लगाया। कोई जवाब नहीं मिला तो चंपक शाजापुर पहुंचे। यहां आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर गोलवा के पास उनकी कार खड़ी मिली। कार लॉक है, भीतर से हैंडब्रैक भी लगा है। मक्सी पुलिस ने रात 1.30 बजे गुमशुदगी दर्ज की है।
उज्जैन और शाजापुर के व्यापारी भी थाने पहुंचे
व्यापारी रितेश के लापता होने की सूचना के बाद उज्जैन, शाजापुर के व्यापारी मक्सी थाने पहुंचे। इनमें शाजापुर के कुछ वे व्यापारी भी थे, जिन्होंने रितेश को कलेक्शन का रुपया दिया था।
शाम 5.32 बजे रितेश ने टोल नाका क्रॉस किया
टोल नाके के रिकॉर्ड के मुताबिक रितेश अपनी कार के साथ शाम 5.32 बजे क्रॉस हुए थे। वे शाजापुर से मक्सी की तरफ आ रहे थे। गोलवा के पास मिली कार सामान्य हालत में खड़ी है।
भाई ने कहा- दो व्यापारियों से 3 दिन पहले हुआ था विवाद
रितेश के भाई चंपक ने बताया तीन दिन पहले कारोबार को लेकर दो व्यापारियों से विवाद हुआ था। एक व्यापारी उज्जैन के नयापुरा के हैं और दूसरा शाजापुर का बेकरी व्यापारी है। इनसे बहस हुई थी। संभवत: रितेश के लापता होने में इनका भी हाथ हो सकता है।