रतलाम। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने बुधवार को प्रवासी श्रमिकों को वीसी के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि संकट की घड़ी में राज्य शासन श्रमिकों के साथ है। राज्य शासन लॉकडाउन में फंसे, अन्य स्थानों से आए प्रदेश के श्रमिकों को रोजगार दिला रहा है, साथ ही उनके बच्चों के भविष्य की भी फिक्र है। प्रवासी श्रमिक को रोजगार दिलाने के साथ ही उनके बच्चों के स्कूलों में प्रवेश भी करवाए जा रहे हैं। श्रमिक चिंता नहीं करें, उनको अपने घर पर ही रोजगार देना राज्य शासन ने सुनिश्चित किया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर रतलाम एनआईसी कक्ष मौजूद जिले के सैलाना विकासखंड के ग्राम खानिया का टापरा के निवासी श्रमिक शांतिलाल डिंडोर से चर्चा की। शांतिलाल ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह राजस्थान के प्रतापगढ़ में काम कर रहा था, लॉकडाउन में अपने घर आया तो उसे अपने गांव में ही जल संसाधन विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे नहर निर्माण में काम मिल गया है, वह अब खुश है।
मुख्यमंत्री ने शांतिलाल से पूछा कि पहले कहां काम कर रहे थे और अब घर लौट आने पर काम मिला या नहीं, शांतिलाल ने कहा कि उसे अपने घर पर ही काम मिल गया है, नहर निर्माण के काम में लगा है। एक माह से काम कर रहा है, उसे प्रतिदिन 400 रुपया मजदूरी राशि प्राप्त हो रही है। एनआईसी कक्ष में महाप्रबंधक उद्योग श्री अमरसिंह मोरे, जिला श्रम पदधिकारी श्री आर.के. लोधी तथा लॉकडाउन में प्रतापगढ़ (राजस्थान) से लौटे प्रवासी श्रमिक अजीत बढ़ और देवानंद बढ़ भी उपस्थित थे जिन्होंने मुख्यमंत्री को सुना। रतलाम जिले में जनपद पंचायतों तथा ग्राम पंचायतों में भी प्रवासी श्रमिकों द्वारा उपस्थित रहकर मुख्यमंत्री को सुना गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्रमिकों से कहा कि राज्य शासन ने उनको रोजगार दिलाने की पुख्ता व्यवस्था की है, उसके लिए रोजगार सेतु पोर्टल भी संचालित किया जा रहा है। पोर्टल पर रोजगार देने वाले नियोक्ता तथा रोजगार चाहने वाले मजदूर का पंजीयन किया जा रहा है। स्किल मैपिंग भी की गई है, इससे विभिन्न कार्यों में दक्ष मजदूरों को उनकी योग्यता क्षमता अनुसार रोजगार मिल सकेगा। राज्य शासन ने रोजगार सेतु पोर्टल के माध्यम से रोजगार देने वाले नियोक्ता और रोजगार चाहने वाले श्रमिक को मिलाने की व्यवस्था की है ताकि एक दूसरे की आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को जॉब कार्ड, राशन कार्ड दिलवाए जा रहे हैं। संबल योजना से भी जोड़ा गया है, गरीब कल्याण योजना के लाभ भी दिलाएं जा रहे हैं।