केरल के पलक्कड़ में पिछले महीने एक गर्भवती हथिनी के पटाखों से भरे फल खाने और वह पटाखे उसके मुंह के अंदर फूटने के बाद मौत हो गई थी। इस घटना के बाद लोगों का भारी गुस्सा देखने को मिला और इसके दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की गई। इस बीच, केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि ऐसा हो सकता है कि दुर्घटनावश हथिनी ने पटाखों से भरे फल खा लिया हो, जिसके चलते उसकी मौत हो गई।
शुरुआती रिपोर्ट्स में यह कहा गया कि हथिनी की मौत पटाखों से भरे अन्नानास के खाने के चलते हुई है लेकिन ऑटोप्सी रिपोर्ट में यह पाया गया कि वह नारियल था और घाव करीब दो हफ्ते पुराना था।
मंत्रालय ने कहा, “जांच में यह पता चला है कि हथिनी ने दुर्घटनावश इस तरह का फल खा लिया होगा। मंत्रालय लगातार केरल सरकार के साथ संपर्क में है और हथिनी की मौत के लिए दोषी शख्स की फौरन गिरफ्तारी के साथ और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को लेकर डिटेल्ड एडवाइजरी भेजी गई है।”
गौरतलब है कि ऐसा देखा गया है कि स्थानीय लोग जंगली जानवरों को अपने पेड़ों के फार्म में आने से रोकने के लिए फलों के अंदर अवैध रूप से विस्फोटक डालते रहते हैं। मंत्रालय की तरफ से कहा गया, अब तक इस मामले में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हो चुकी है और अन्य लोग जो इस अवैध और अमानवीयतापूर्ण कार्रवाई में शामिल रहे हैं, उनकों पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने लोगों से अनुरोध करते हुए कहा है कि वे सोशल मीडिया पर सर्कुलेट किए गए अफवाहों और फर्जी खबरों पर ध्यान न दें। केरल सरकार और मंत्रालय के सभी विभागों की तरफ से निष्पक्ष तरीके से इस मामले को हैंडल किया जा रहा है।