- आखिर किन कारणों से विधायक का टिकट कटने के लग रहे कयास
रतलाम, (तेज़ इंडिया टीवी)। ग्रामीण विधायक दिलीप अपना द्वारा उनके विधानसभा क्षेत्र में बीते 1 वर्षों में भले ही लाखों रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी हो लेकिन चुनावी दौर और टिकट की दौड़ में सबसे कमजोर वही नज़र आ रहे है। भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा कराए गए सर्वे में रतलाम विधायक मकवाना का नाम कटना बताया जा रहा है और उनके स्थान पर पार्टी अब पूर्व विधायक मथुरालाल डामर और पुलिस विभाग में पदस्थ एक अधिकारी में जीत की राह तलाश रही है।
दरअसल पार्टी के सर्वे में इस सीट पर मकवाना को पुनः उम्मीदवार बनाए जाने पर सीट हाथ से जाने की संभावनाएं बढ़ने लगी है। इस बात को कोई खूलकर तो नहीं कह रहा लेकिन चुनाव के लिए भाजपा द्वारा प्रत्याशी चयन के लिए पूर्व में कराए गए सर्वे में विधायक मकवाना का नाम तीसरे स्थान पर होना बताया जा रहा है।
पार्टी द्वारा सबसे कमजोर सीट और सबसे मजबूत अधिकांश सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा तो कर दी गई है लेकिन बदलाव को लेकर अन्य कार्यकर्ताओं में भी संभावनाएं तलाशी जा रही है। पूर्व विधायक मथुरालाल डामर लंबे समय से पार्टी में फिर सक्रिय हो गए और विधानसभा क्षेत्र में अपनी टीम को मजबूत किया है, जिसके चलते उनकी दावेदारी और मजबूत हो गई। उनकी सादगी और पार्टी के प्रति समर्पण भाव के चलते उनकी संभावनाएं अधिक बनी नजर आ रही है।
मकवाना और डामर की अतिरिक्त पार्टी द्वारा पुलिस विभाग में पदस्थ अधिकारी संदीप निगवाल के नाम पर भी विचार मंथन जारी है। संबंधित अधिकारी की सक्रियता और उनकी कार्यशैली को ध्यान में रखते हुए पार्टी द्वारा सर्वे में उनका भी नाम शामिल किया गया है। फिलहाल टिकट को लेकर डामर और निगवाल की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया।
सूत्रों की माने तो भाजपा के अंतिम सर्वे में ग्रामीण विधायक के खिलाफ आमजन और पार्टी के कार्यकर्ताओं की नाराजगी निकल कर सामने आ रही है। दरअसल लंबे समय तक विधानसभा क्षेत्र में कोई मजबूत काम नहीं करने के बाद अंतिम समय में विधायक मकवाना ने सभी लोगों को साधने का प्रयास किया है लेकिन वह सफल होता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में अंतिम दौर में कौन पार्टी का मोहरा बनेगा, इसका फैसला सूची जारी होने पर ही हो।