रतलाम। संयुक्त राष्ट्र संघ के आव्हान पर विश्व पर्यावारण दिवस 5 जून को राज्य के सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए गए। विश्व पर्यावरण दिवस की जैव-विविधता के संरक्षण पर केन्द्रित थीम 'टाईम फॉर नेचर' के दृष्टिगत कार्यक्रमों का ऑनलाइन और ऑफ लाइन आयोजन हुआ।
अपर मुख्य सचिव आध्यात्म श्री मनोज श्रीवास्तव के निर्देशानुसार विश्व पर्यावरण दिवस पर कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण संरक्षण पर विभिन्न माध्यमों से विभिन्न वर्गों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर निबंध, चित्रकला, परिचर्चा आदि के ऑनलाइन आयोजन हुए। इसके साथ ही सभी जिलों में पौधरोपण भी किया गया।
पर्यावरण के स्थायी संरक्षण और स्वास्थ्य की दृष्टि से जरूरी विशेष लाभकारी कदम उठाने के लिये जिला कलेक्टर्स को दिये गये सुझाव अनुसार सभी जिलों में तुलसी कानन, पंचवटी प्रयोग, औषधि उद्यान, पोषण उद्यान, मंदिर कुँज, मियावाकी सघन वनारोपण, नक्षत्र वाटिका, बैकयार्ड प्लान्टेशन, पुष्प वाटिका, फलो उद्यान, परिसर उद्यान, स्मृति वाटिका, शरीराकृति वृक्षा रोपण, एक आनंदक एक प्लानटेंशन, जीव-जन्तुओं के सुरक्षित आवासों की बहाली, पहाड़ी जीव मंडल के पुनर्जनन के प्रयास किए गए। राज्य आनंद संस्थान के आनंदकों द्वारा कार्यक्रमों के आयोजनों में प्रशासन के साथ-साथ स्वैच्छिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी सहयोग प्राप्त किया। संचालक राज्य आनंद संस्थान श्रीमती नुसरत मेहंदी ने बताया कि सोशल और डिजिस्टल मीडिया प्लेटफार्म से किए गए ऑनलाइन कार्यक्रमों का आयोजन सफल अनुभव रहा।