भोपाल | उच्च शिक्षा विभाग ने प्रोफेसर आलोक चंसौरिया को निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग का चेयरमैन नियुक्त कर दिया है। प्रो चंसौरिया जबलपुर के सरकारी हवाबाग कॉलेज में अंग्रेजी विषय के प्रोफेसर हैं। प्रो चंसौरिया कांग्रेस के टिकट पर जबलपुर से लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं।
खास बात यह है कि इस पद के लिए वर्तमान में आवेदन की प्रक्रिया ही चल रही थी। वर्तमान में पूर्व डीजीपी स्वराज पुरी यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। लेकिन माना जा रहा है कि सियासी उठापटक के बीच यह नियुक्ति कर दी गई है। वहीं, इस मामले में विभाग का कहना है कि यह नियुक्ति अस्थायी तौर पर की गई है। आवेदनों की प्रक्रिया के बाद स्थायी तौर पर नियुक्ति की जाएगी।
उच्च शिक्षा विभाग ने रविवार को अवकाश के दिन जबलपुर के कांग्रेस नेता रहे प्रो चंसौरिया को निजी विवि के चेयरमैन के तौर पर नियुक्ति दी है। जबकि वर्तमान में इसकी जिम्मेदारी संभाल रहे पूर्व डीजीपी पुरी का कार्यकाल मई में समाप्त होने जा रहा था। इसी तरह उच्च शिक्षा विभाग ने इस पद के लिए 20 फरवरी से आवेदन मंगाए थे। आवेदन की अंतिम तारीख 20 मार्च तय की गई थी।
यह आवेदन की प्रक्रिया अभी चल ही रही थी लेकिन इसी बीच यह नियुक्ति कर दी गई। इस पद के लिए स्वास्थ मंत्री रहे तुलसी सिलावट के भाई प्रो सुरेश सिलावट सबसे प्रबल दावेदार थे। वे वर्तमान में इंदौर के सरकारी कॉलेज में प्रिंसिपल हैं। लेकिन सिलावट के सरकार से बगावत करने की वजह से माना जा रहा है कि उनके भाई को इस पद पर नियुक्ति नहीं दी गई है।
इनका कहना है
प्रो चंसौरिया को अस्थायी तौर पर नियुक्ति दी गई है। यह नियुक्ति नियमानुसार दी गई है। आवेदनों की प्रक्रिया के बाद स्क्रूट