रतलाम । कड़ाके के ठंड में लोग घर से बाहर निकले के लिए भी सोचते है लेकिन ऐसी ठिठुरा देने वाली ठंड में पति ने अपनी दिव्यांग पत्नी को घर से बाहर निकाल दिया। दिव्यांग महिला ने फुटपाथ पर ही रात गुजारी जब सुबह आस पास के लोगो ने महिला को ठंड से काँपते हुए देखा तो ओढ़ने के लिए साल,ओर कंबल दिए जिसके बाद रहवासियों ने सामाजिक कार्यकर्ता आशीष सिंह देवड़ा को सूचना दी सूचना मिलते ही सामाजिक कार्यकर्ता कालिका माता क्षेत्र के वकील कॉलोनी में पहुँचे। सृष्टि समाज सेवा समिति की उपाध्यक्ष दिव्या श्रीवास्तव ने महिला से काउंसलिंग कि दिव्यांग महिला ने बताया कि मैं बांसवाड़ा जिले के छोटी सरवा में परिवार के साथ रहती हूं मेरे दो लड़के एवं एक लड़की भी है मेरे पति शराब पीकर मारपीट करते हैं। पतिं ने घर से निकाल दिया तो में बस में बैठकर रतलाम आ गई। महिला से पूरी जानकारी प्राप्त कर महिला एवं बाल विकास और वन स्टाप सेंटर के अधिकारियों से चर्चा कर दिव्यांग महिला को वन स्टॉप सेंटर पहुचाया। इसमें हिम्मत जैथवार का सराहनीय योगदान रहा।
समिति अध्यक्ष सतीश टाक ने बताया कि नई उम्मीद का प्रकल्प कोरोना काल से शुरू किया गया था। जिसके माध्यम से अभी तक कई बुजुर्गों,महिलाओं को मदद की गई।