मध्यप्रदेश में FIR दर्ज कराने थाने नहीं जाना पड़ेगा, पुलिस घर आएगी

Posted By: Himmat Jaithwar
5/5/2020

भोपाल। मध्यप्रदेश में अब एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे बल्कि एक फोन कॉल पर पुलिस घर आएगी और मामला दर्ज करेगी। मध्य प्रदेश के गृह एवं लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आज इसकी घोषणा की। 


उच्चतम वेतनमान पर कार्यरत पुलिसकर्मियों को पदनाम देने पर सैद्धांतिक सहमति

गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में उच्चतम वेतनमान पर कार्यरत पुलिसकर्मियों को पदनाम देने पर सैद्धांतिक सहमति व्यक्त करते हुए प्रस्ताव देने के निर्देश पुलिस महानिदेशक को दिये। उन्होंने शहीद पुलिसकर्मी और अन्य मृतक पुलिसकर्मियों के परिवारों की सहायता करने के लिये हेल्प-डेस्क प्रारंभ करने के निर्देश दिये। 

मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि कोरोना ने हमारी दिनचर्या को प्रभावित किया है। हमें इसके अनुसार ही अपनी तैयारियाँ करनी होंगी और आवश्यक रणनीति बनाकर कार्य करना होगा। इसके पूर्व मंत्री डॉ. मिश्रा और पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जोहरी ने कोरोना जंग में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

पुलिस ने जनता के दिलों में अपना विशेष स्थान बनाया है: गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा

मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में आम व्यक्ति का पुलिस के प्रति नजरिया बदला है। कोरोना की जंग में पुलिस विभाग ने जिस तन्मयता, एकाग्रता और शालीनता के साथ कार्य किया उसकी आम जनता ने दिल से सराहना की है। लॉकडाउन की अवधि में जब आम व्यक्ति घरों में रह रहा था, तब पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा के लिये कार्य करते हुए जनता के दिलों में अपना विशेष स्थान बनाया। इस मुश्किल दौर में पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिये उनके कल्याण के लिये कार्य करने की आवश्यकता है। 

पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जोहरी ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न कंटेनमेंट जोन में 6 हजार से अधिक पुलिसकर्मी सक्रियता पूर्वक मुस्तैदी से कार्य कर रहे है। कोरोना की जंग में इंस्पेक्टर श्री देवेन्द्र कुमार चंद्रवंशी और श्री यशवंत पाल, सब इंस्पेक्टर श्री मायाराम खराड़ी और आरक्षक श्री टिंकू रावत सेवा करते हुए शहीद हुये है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 86 पुलिसकर्मी और 5 होमगार्ड के जवान कुल 91 कर्मचारी कोरोना संक्रमित होकर उपचाररत है।

कल्याण की प्रक्रिया अधोगामी होगी

मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि पुलिसकर्मियों के कल्याण की प्रक्रिया नीचे से ऊपर की ओर चलेगी। पुलिसकर्मियों की क्रमोन्नति, पदोन्नति पर निर्णय लिये जाने संबंधी आवश्यक कार्यवाही तत्परतापूर्वक की जाए। जिन परिस्थितियों में आज पुलिस विभाग कार्य कर रहा है, उनके कल्याण के लिये विभाग आगे बढ़कर कार्य करेगा। उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों से आवश्यक सुझाव भी मांगे। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग के शहीद और अन्य मृतक पुलिसकर्मियों के परिजनों की समस्याओं का निराकरण हेल्प-डेस्क के माध्यम से किया जाएगा।

कोरोना कर्मवीरों को सम्मानित किया जाएगा

मंत्री डॉ. मिश्रा ने कोरोना की जंग से निपटने में पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के हौसले और परिश्रम का अभिनंदन किया । उन्होंने कहा कि उन सभी पुलिसकर्मियों को कर्मवीर पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने कोरोना की जंग में तीस दिन तक अपनी सेवाएँ दी।

डायल 100 घर जाकर दर्ज करेगी FIR

मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि पुलिस विभाग सुधारात्मक प्रक्रिया के अंतर्गत वन स्टेप-अप होकर कार्य करेगा। डायल 100 एफआरवी (फर्स्ट रिस्पांस व्हीकल) लोगों की शिकायत पर घर जाकर एफआईआर दर्ज करेगी। शीघ्र ही इसके लिये आवश्यक कदम उठाएं जा रहे है। अति गंभीर मामलों को छोड़कर सामान्य मामलों में इस प्रकार की एफआईआर डायल 100 द्वारा दर्ज की जा सकेगी। शीघ्र ही आमजन को यह सुविधा मिलेगी कि उन्हें एफआईआर दर्ज कराने के लिये थाने नहीं जाना पड़ेगा।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक स्तर के सभी अधिकारी उपस्थित थे।



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