ग्वालियर। कोरोना संदिग्धों के लिए शहर में बनाए गए एक दर्जन क्वारेंटाइन सेंटरों में से दस सेंटरों में रह रहे संदिग्धों द्वारा बेडशीट व अन्य व्यवस्थाओं से परेशान होकर हंगामा कर दिया था। हंगामे की सूचना मिलते ही केयर सेंटर के लिए अधिकृत किए गए नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर रिंकेश वैश्य ने मौके पर पहुंचे।
कलेक्टर रिंकेश वैश्य ने यहां मौजूद स्टाफ को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश देने के साथ ही सभी संदिग्धों को डिस्पोजल बेडशीट देने के निर्देश दिए। जो कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आए हैं ऐसे लोगों को प्रशासन ने जांच सैंपल लेने के लिए इन क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है। ऐसे संदिग्धों की संख्या वर्तमान में एक सैकड़ा से अधिक है। वहीं साडा स्थित रामकृष्ण व डे-केयर हॉस्पीटल में एक भी संदिग्ध नहीं है। शेष दस क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे इन संदिग्धों ने प्रशासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं से नाराज होकर हंगामा कर दिया। संदिग्धों का कहना था कि हमें उपयोग की गई बेडशीट व घटिया खाना दिया जा रहा है।
हंगामें की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे नोडल अधिकारी रिंकेश वैश्य अपने अधीनस्थ व स्वास्थ्य अमले को लेकर इन क्वारेंटाइन सेंटरों में पहुंचे और तत्काल ही सभी संदिग्धों को डिस्पोजल बेडशीट उपलब्ध कराई। साथ ही मौके पर मौजूद डॉक्टरों से कहा कि डॉक्टरों द्वारा बताई गई डाइट ही इन संदिग्धों को नियत कैलोरी के हिसाब से दी जाए, जिससे उनका स्वास्थ्य ठीक रहे।