रतलाम। व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल कर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग करने वाली गेग को रतलाम पुलिस ने गिरफ्तार किया है इस गैंग ने कई लोगों को अपना शिकार बनाकर करोड़ो रूपये रतलाम की बैंको के खातों में ट्रांजेक्शन करवाए। जिन लोगो के खातों में यह पैसा आया और निकल गया उन्हें न तो अपने खाते की जानकारी है और ना ही उन खातों में आने वाले पेसो की। रतलाम पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। और 3 को जेल भेज दिया है। लेकिन दीनदयाल नगर पुलिस की यह करवाई अब सवालों के घेरे में आ रही है? पुलिस अगर आरोपीयो का और रिमांड मांगकर पूछताछ करती तो कई और मामले सामने आते।
करोड़ों के ट्रांजैक्शन- यह गैंग लोगों को वोटर आईडी और आधार कार्ड के बदले उन्हें 3000 से ₹10000 तक देती थी और इनके नाम से बैंकों में इनकी बिना जानकारी के खाता खुलवा कर ब्लैकमेलिंग का सारा पैसा इन्ही खातों में डलवाती थी। रतलाम की
भी प्राइवेट बैंकों के करीब 170 से अधिक खातों का इस्तेमाल इस गैंग ने ब्लैकमेलिंग के रुपए के लिए किया है।
कैसे खुल गए खाते- ब्लैक मेलिंग मैं जिन खातों का उपयोग किया गया है वह खाता धारक की परमिशन के बिना प्राइवेट बैंकों में कैसे उनके करंट अकाउंट खुल गए और खरोडो का ट्रांजेक्शन हो गया यह भी जांच का विषय है और बैंक की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है।
दीनदयाल नगर पुलिस पर भी उठ रहे सवाल-
ब्लैकमेलिंग की इस गैंग पर कार्यवाही और जांच को लेकर अब पुलिस पर भी सवाल उठ रहे है छोटे-छोटे मामलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली रतलाम पुलिस ने इतने बड़े मामले में क्यों प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की और अपनी खानापूर्ति करने के लिए आरोपियों का रिमांड लेकर उन्हें जेल भेज दिया। हालांकि इस मामले में पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने दो साइबर सेल के कर्मियों को निलंबित कर दिया है। और इस गैंग की पूरी चैन को पकड़ने की बात कही है।