महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस की भयावहता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट भी सतर्क हो गया है। सुप्रीम कोर्ट में सोमवार से अब केवल अर्जेंट मामलों की ही सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी (कोविड-19) का शुक्रवार को संज्ञान लेते हुए निर्णय लिया कि सिर्फ अर्जेंट मामलों की ही सुनवाई होगी और संबंधित वकीलों के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को न्यायालय कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
सामूहिक रूप से लोगों के एकत्र नहीं होने के बारे में केन्द्र के पांच मार्च के परामर्श का संज्ञान लेने के बाद प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई एक बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस संबंध में जारी शीर्ष अदालत की अधिसूचना में कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा जारी परामर्श की समीक्षा करने और चिकित्सा के पेशे में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा विशेषज्ञों की राय तथा सभी आगंतुकों, वादकारियों, वकीलों, न्यायालय के कर्मचारियों, सुरक्षा, रख रखाव और सहायक स्टाफ और मीडियाकर्मियों की सुरक्षा तथा उनके कल्याण को ध्यान में रखते हुये सक्षम प्राधिकारी ने न्यायालयों में मुकदमों की सुनवाई सिर्फ आवश्यक मामलों तक सीमित रखने का निर्णय लिया है। ऐसे मुकदमों के लिये पीठों की संख्या उतनी ही होगी जो उचित समझी जायेंगे।
अधिसूचना में कहा गया है कि शीर्ष अदालत के न्यायालय कक्षें में मुकदमों में पेश होने वाले वकीलों के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी। उच्चतम न्यायालय में इस समय होली का अवकाश है और सोमवार 16 मार्च से शीर्ष अदालत फिर से खुल रहा है। बता दें कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 81 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी दी कि अभी तक सामने आए 81 मामलों में 64 भारतीय, 16 इटली और एक कनाडा का नागरिक है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह हेल्थ इमरजेंसी नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना से संक्रमित पाए गए लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों की जांच की जा रही है। अब तक, ऐसे 4000 से अधिक संपर्कों की पहचान की जा चुकी है, जिन्हें निगरानी में रखा गया है। मंत्रालय ने बताया कि सरकार अब तक 42,296 यात्रियों को भारत लाई है, जिनमें से 2,559 को वायरस के लक्षण दिखे है और 522 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें 17 विदेशी नागरिक हैं।
स्कूल-कॉलेज बंद: भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए कई राज्य सरकारों ने एहतियातन कदम उठाए हैं। दिल्ली, बिहार, यूपी, हरियाणा, छत्तीसगढ़, ओडिशा समेत करीब 8 राज्य सरकारों ने स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है। ज्यादातर राज्यों में 31 मार्च तक स्कूलों को बंद किया गया है। वहीं यूपी में 22 मार्च तक स्कूल को बंद कर दिया गया है