इंदौर. हमारी जिंदगी बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगाकर ड्यूटी करने वाले इंदौर के कोरोना योद्धाओं पर 15 दिन में तीसरी बार हमले की घटना सामने आई है। शनिवार काे पलासिया क्षेत्र के विनोबा नगर में एक बदमाश ने स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमले की कोशिश की। 3 तीन महिलाकर्मियों की टीम कोरोना को लेकर सर्वे करने पहुंची थीं। आरोपी ने एक महिलाकर्मी को धक्का दिया और मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। इसके बाद पड़ोस में रहने वाले लोगों पर चाकू से हमला किया। इसमें तीन से चार लोग घायल हो गए। पड़ोसियों का आरोप है कि आरोपी इलाके में कच्ची शराब बेचता है।
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के सर्वे इन्चार्ज डॉ. प्रवीण चौरे का दावा है कि आदतन अपराधी पारस ने सर्वे टीम पर हमला किया। आरोपी लॉकडाउन के दौरान ऑटो से शराब बेचने का काम कर रहा था। उस पर गांजा बेचने का भी आरोप है। शुक्रवार रात इसी बात को लेकर उसका पड़ोसियों से विवाद हुआ था। शनिवार सुबह भी वहां तनातनी का माहौल था। तभी सर्वे टीम पहुंची तो उसने हमला कर दिया। सर्वे टीम को मोबाइल पर ही डाटा एंट्री करनी होती है। एक महिला टीचर मोबाइल पर डाटा अपडेट कर रही थी। आरोपी को लगा कि वे उसकी किसी से शिकायत कर रही हैं। उसने उन पर चाकू से हमला कर दिया। हालांकि, इस दौरान महिलाकर्मी हट गईं। उसने मोबाइल छीनकर जमीन पर पटक दिया। इसके बाद आरोपी ने पड़ोसियों पर हमला किया। इसमें महिलाकर्मी समेत चार लोग घायल हुए हैं।
साथी महिलाकर्मी ने कहा- आरोपी ने मारपीट की, मोबाइल तोड़ा
महिलाकर्मी प्रगति मंडलोई ने बताया कि इस समय हमारी घर-घर जाकर कोरोना का सर्वे करने की ड्यूटी लगी है। हमारे साथी टीचर भी इस काम में लगे हैं। घटना के दौरान आरोपी उनकी ओर दौड़ा और हमारी साथी के साथ मारपीट की। उनका मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। घायल पड़ोसी ने बताया कि आरोपी दो-तीन दिन से देशी शराब लाकर क्षेत्र में बेच रहा था। हमने इस बात का विरोध किया तो उसने चाकू से हमला कर दिया। इंदौर में इससे पहले टाटपट्टी बाखल में मेडिकल टीम और चंदन नगर में पुलिस पर पथराव करने की घटना सामने आई थी।
पीड़ित टीचर ने बताया कि आरोपी हमारे पास आया और हमला कर दिया। मैं सामने थी तो मेरा मोबाइल लेकर जमीन पर पटक दिया।
टीचर मैडम पर हमला किया
सर्वे टीम में शामिल आशा कार्यकर्ता ने रोहिणी ने बताया कि सर्वे करने क्षेत्र में पहुंचे थे। यहां पर कुछ पारिवारिक विवाद चल रहा था। यह देख हम कुछ दूरी पर खड़े हो गए। इसी दौरान एक व्यक्ति जिसने खूब शराब पी रखी थी। वह हमारी ओर दौड़ा और सर्वे कर रहीं टीचर मैडम पर हमला कर दिया। उसने उनके साथ मारपीट कर मोबाइल छीना और जमीन पर पटक दिया। उसने हम पर भी हमला करने की कोशिश की।
पड़ोसी बोला- हमपर जानलेवा हमला किया
पड़ोसी कमल का कहना है कि आरोपी मेरे घर के बाहर शराब बेच रहा था। दो दिन पहले मैंने घर के सामने लाइट जलाई तो उसने विरोध किया। बोला कि लाइट बंद कर नहीं तो तुझे मारूंगा। मैंने उसे शराब बेचने से मना करते हुए घर के दोनों तरफ की लाइट जला दी। इस पर उसने शनिवार सुबह जानलेवा हमला किया। पीछे से दरवाजे से घुस कर चाकू से हमला कर दिया। चाकू मेरे हाथ पर लगा, जबकि अशोक के सिर पर उसने वार किया। किचन में तोड़फोड़ करने के साथ ही महिलाओं और बच्चों को भी पीटा। इसके बाद वह भाग गया। थोड़ी देर बाद फिर से चार लड़कों के साथ आया और हमला किया।
एएसपी ने कहा- आरोपी को लगा कि महिलाकर्मी ने वीडियो बनाकर शिकायत की
एएसपी जयवीर सिंह के अनुसार, आरोपी पारस यादव के शराब बेचने की जानकारी मिली है। उसके पड़ोस में अशोक और कमल यादव रहते हैं। पड़ोसियों ने दोनों तरफ लाइट लगा दी है। पारस को ऐसा लग रहा है कि इन्होंने लाइट मेरे कारण ही लगाई और यहां की सारी जानकारी पुलिस को देते हैं। रात में मोबाइल टीम क्षेत्र में पहुंची तो किसी ने बताया कि पारस यहां बदमाशी कर रहा है। इस पर आरोपी को लगा कि इन्हाेंने ही पुलिस से मेरी शिकायत की थी। इसी बात को लेकर सुबह तीनों में विवाद हो रहा था। इसी दौरान सर्वे करने गई महिलाकर्मी को मोबाइल चलाता देख पारस को लगा कि महिला ने या तो उसका वीडियो बनाया या किसी को शिकायत की। इसी बात को लेकर उसने हमला कर दिया। सर्वे टीम पर किसी भी प्रकार से मारपीट नहीं की गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ पुलिस तैनात थी। आरोपी पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। सर्वे टीम द्वारा हमले की जो बात कही गई है, उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
डीआईजी बोले- महिला पर हमला नहीं हुआ
डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र के अनुसार, पड़ोसियों का आपसी विवाद था। ऐसी स्थिति में सर्वे टीम अपना काम कर रही थी। आरोपी युवक को लगा कि इस विवाद को महिलाकर्मी कैमरे में कैद कर रही है। इस कारण उसने महिलाकर्मी का मोबाइल लेकर तोड़ दिया, हालांकि इसमें महिला पर कोई हमला नहीं किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम पर कोई हमला नहीं हुआ। आरोपी पर धारा 353 की कार्रवाई की जा रही है।
प्रशासन ने भी कहा- हमला नहीं, आपसी रंजिश का मामला
इंदौर कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने यह स्पष्ट किया है कि सर्वे टीम पर हमला नहीं किया गया है। यह उस कॉलोनी में रहने वाले दो लोगों के बीच लड़ाई का आपसी मामला था।
कलेक्टर मनीष सिंह के अनुसार, उस क्षेत्र में एक पॉजिटिव पाया गया था। ऐसे में वहां घर-घर सर्वे का काम चल रहा था और सभी लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा था। यहां आने पर यह ज्ञात हुआ है कि कुछ लोगों का आपस में विवाद था। वहां सर्वे का काम चल रहा था तो आरोपी को लगा कि महिलाकर्मी भी उन्हीं के परिवार की सदस्य हैं और मोबाइल पर कुछ रिकॉर्ड कर रही है, तो उसने मोबाइल गिरा दिया।
कलेक्टर के मुताबिक, हमारे आदेश के द्वारा ये सभी लोग सर्वे का काम कर रहे हैं। इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी इंदौर कलेक्टर और पुलिस प्रशासन की है। एडिशनल एसपी भी मौके पर पहुंच गए थे, उन्होंने भी पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। वहां पर महिला सरकारी काम के लिए गई थी। उनका मोबाइल तोड़ा। आरोपी पर मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज होगा।