रतलाम। समाज सेवा के लिए मौके नही तलाशे जाते , बल्कि कुछ लोग हर मौके को समाज सेवा में बदल देते है। कुछ ऐसा ही रतलाम के एक युवा ने संदेश देते हुए समाज सेवा की अनूठी मिसाल पेश की है।
अपने जन्मदिन को समाज की सेवा में तब्दील कर मनाने के उद्देश्य से आशीष देवड़ा ने सड़को पर जीवन व्यतीत कर रहे उन लोगों का चयन किया जो अपनी असली सूरत भी भूल चुके थे, सड़क पर खाना बदोश की तरह बेघर घूमने वाले ये लोग जिन्हें अपनो ने ही दूर कर दिया। आशीष देवड़ा ने अपने जन्म दिन को ढोल धमाकों और धूम धड़के करने की बाजए शहर के एसे लोगों की सेवा में लगाया, और सुबह से शाम तक शहर के हर चौराहों पर जो भी ऐसे लोग दिखाई दिए , उनकी शेविंग बनवाई, कटिंग कवाई, और उन्हें नहलाकर नए कपड़े पहनाए, आशीष के द्वारा अपने जन्मदिन पर किये इस सेवा से अन्य युवाओ को भी प्रेरणा मिली,और सभी ने इस पहल की सराहना भी की है।