बुरहानपुर में बाइक से जा रहे दो भाइयों पर हमला; काटने लगा तो डिब्बे समेत केक तेंदुए के मुंह पर दे मारा, गाड़ी भगाकर बचाई जान

Posted By: Himmat Jaithwar
6/29/2021

बुरहानपुर। बुरहानपुर में रविवार शाम करीब 6 बजे दो लोग तेंदुए के शिकार होते-होते बच गए। बच्चे के जन्मदिन के लिए ग्राम गोराड़िया से नेपानगर केक लेने आए बाइक सवार दो भाइयों पर तेंदुए ने हमला बोल दिया। बाइक पर पीछे बैठे एक भाई ने हाथ में मौजूद केक का डिब्बा तेंदुए के मुंह पर दे मारा। बौखलाकर तेंदुआ बाइक के पीछे दौड़ा। उन्होंने बाइक की स्पीड भी बढ़ा दी, फिर भी तेंदुआ पीछा करता रहा। तेंदुए ने छलांग मारकर बाइक को गिराने की कोशिश भी की। कुछ देर बाद तेंदुए ने पीछा करना छोड़ दिया, तब दोनों ने राहत की सांस ली।

ग्राम गोराड़िया निवासी फिरोज पिता भिकारी मंसूरी अपने बेटे के जन्मदिन के लिए भाई साबिर मंसूरी के साथ केक लेने के लिए नेपानगर गया था। लौटते समय शाम करीब 6 बजे घटना हुई। साबिर मंसूरी ने बताया, ‘मैं बाइक के पीछे बैठा था। सब कुछ अचानक हुआ। मुझे पहले तो कुछ समझ में नहीं आया। मेरे हाथ में केक था। तेंदुआ बाइक पर पंजे मारे जा रहा था। बाइक काफी स्पीड में थी, इसलिए मुझ तक उसका हाथ नहीं पहुंच पा रहा था। तेंदुए ने करीब 500-600 मीटर तक पीछा किया। तब मैंने उसके मुंह पर ही केक मार दिया। जिससे केक का बाॅक्स फट गया। इस पर वह बौखला गया और तेजी से लपका, लेकिन किस्मत अच्छी थी कि हम जान बचाकर भाग निकले। तेंदुए ने चांदनी नाले के पास तिराहे के पास अचानक हमला बोला।’


पहले भी होते रहे हैं हमले
वन क्षेत्र होने के कारण नेपानगर, नावरा, सीवल क्षेत्र में काफी संख्या में तेंदुए हैं। साथ ही अन्य वन्यप्राणियों की मौजूदगी भी यहां है। वन विभाग ने जगह-जगह सूचना बोर्ड भी लगा रखे हैं। इन दिनों हमले दिन दहाड़े होने लगे हैं। पिछले तीन दिन से नेपानगर के रहवासी क्षेत्र आदर्श काॅलोनी में भी एक तेंदुए के आतंक से रहवासी परेशान थे। शुक्रवार को वहां पिंजरा लगाया गया। रविवार सुबह तेंदुआ उसमें आ गया। इसे ओंकारेश्वर अभयारण्य में छोड़ दिया गया।

पहले भी यहां दिख चुका है तेंदुआ

बोरसल फाटे के पास जंगल में, डाभियाखेड़ा क्षेत्र, रतागढ़, सातपायरी, अंधारवाड़ी में तेंदुआ देखा जा चुका है। नावरा रेंज के रेंजर विमला मुवेल के मुताबिक तेंदुए के पगमार्क मिले हैं। वहां वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर पिंजरा लगा देंगे। एक दिन पहले विभाग ने नेपा में भी इसी तरह रेस्क्यू किया था।

बाइक से भागते समय तेंदुए ने पंजा भी मारा। उसके पंजों के निशान भी बन गए।
बाइक से भागते समय तेंदुए ने पंजा भी मारा। उसके पंजों के निशान भी बन गए।



Log In Your Account