कोरोना दूसरी लहर के बाद मध्य प्रदेश में बाजार खोलने पर ढील मिलने के साथ ही रिश्वतखोरी भी अनलॉक हो गई है। सरकारी अफसर और कर्मचारी काम करने के लिए घूस ले रहे हैं। प्रदेश में घूसखोरी के दो दिन में चार मामले सामने आएं हैं। इसमें लोकायुक्त ने 3 और CBI की एंटी करप्शन टीम ने एक रिश्वतखोर को गिरफ्तार किया है। इसमें से एक RPF SI और एक मुरैना का TI शामिल हैं। एक असिस्टेंट रेवेन्यू इंस्पेक्टर और लेखपाल भी रिश्वत लेते पकड़ गए हैं।
अनलॉक के बाद लोग अब अपने काम के सिलसिले में सरकारी दफ्तरों में जाने लगे हैं। घूसखोर अफसर और कर्मचारी अवसर की तलाश में हैं। बीते सोमवार को ही होशंगाबाद जिले के सिवनी-मालवा तहसील में लोकायुक्त और CBI की टीम ने 3 घंटे तीन व्यक्तियों को रिश्वत लेते पकड़ा।
RPF सब इंस्पेक्टर डीपी सिंह।
RPF चेकपोस्ट प्रभारी को CBI ने पकड़ा
होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा तहसील में पांच घंटे में दो रिश्वतखोर अधिकारी, कर्मचारी को लोकायुक्त और CBI ने पकड़ा। 21 जून सोमवार की सुबह 10 बजे बानापुरा रेलवे स्टेशन के RPF चेकपोस्ट प्रभारी SI डीपी सिंह को CBI की एंटी करप्शन भोपाल की टीम 7 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे पकड़ा। SI डोलरिया रेलवे स्टेशन के पास झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले लोगों से रुपए के लिए परेशान कर रहा था। शिकायत पर CBI की टीम ने रिश्वत लेते पकड़ा।
तलाशी में SI डीपी सिंह के इटारसी स्थित कमरे से भी 95 हजार रुपए नगद बरामद किए है। जिस बारे में सिंह संतोषपूर्ण जवाब नहीं दे पाएं। मामले में SI सिंह के साथ इटारसी रेलवे स्टेशान आरपीएफ थाने के निरीक्षक देवेंद्र सिंह को सुपरविजन में कमी के चलते निलंबित कर दिया।
सोमवार दोपहर 3 बजे लोकायुक्त की टीम ने सिवनी-मालवा नगर पालिका राजस्व उप निरीक्षक विष्णु देवड़ा और लेखापाल राजेंद्र मालवीय को पकड़ा। दाेनाें अधिकारियाें ने काेराेना काल में लाेगाें की अंत्येष्टी के लिए नगरपालिका द्वारा कटवाई लकड़ी के भुगतान में से 14500 रुपए की रिश्वत ठेकेदार से मांगी थी। शहर के माया होटल में 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए ARI विष्णु देवड़ा और नपा कार्यालय से लेखापाल राजेन्द्र मालवीय को 4500 रुपए रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है।
टीम की गिरफ्त में लेखापाल राजेंद्र और ARI विष्णु देवड़ा।
बाइक छोड़ने के बदले 7 हजार रुपए लेते धराए सबलगढ़ TI, SI
देश के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के गृह जिला मुरैना के सबलगढ़ टीआई नरेंद्र शर्मा और एसआई महावीर शर्मा भी रिश्वत के लपेटे में आएं। 21 जून सोमवार रात को टीआई के बंगले पर लोकायुक्त ने टीआई नरेंद्र शर्मा और एसआई महावीर शर्मा पर रिश्वत के आरोप में केस दर्ज किया।
हालांकि टीआई के नौकर महेंद्र पाल ने रिश्वत रुपए हाथ में रखे थे। लेकिन बाइक छोड़ने के बदले टीआई ने 7 हजार रुपए की रिश्वत में मांगे थे। सबलगढ़ थाने के एसआई महावीर शर्मा की भी अहम भूमिका रही है। इसलिए लोकायुक्त पुलिस ने उनको भी इस मामले में आरोपी बनाया है। एसपी ललित शाक्यवार ने दोनों अधिकारियों टीआई नरेन्द्र शर्मा और एसआई महावीर शर्मा दोनों को निलंबित करते हुए पुलिस लाइन में अटैच करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
बिजली चोरी का प्रकरण नहीं बनाने बदले मांगे 3 हजार रुपए
लाइन परिचालक तेज सिंह।
22 जून को टीकमगढ़ जिले की मोहनगढ़ तहसील के ग्राम गौर में बिजली कंपनी के लाइन परिचालक को लोकायुक्त सागर की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। ग्राम गौर स्थित बिजली कंपनी के उपकेंद्र के सामने कार्रवाई की। बिजली कंपनी का लाइन परिचालक तेजसिंह बुंदेला बिजली चोरी का प्रकरण नहीं बनाने के एवज में जयकुमार यादव निवासी ग्राम मोंगना से 5 हजार रुपए की रिश्वत की मांग कर रहा था।
जयकुमार ने मामले की शिकायत लोकायुक्त सागर कार्यालय में की। शिकायत मिलते ही लोकायुक्त टीम ने पड़ताल की। साक्ष्यों की पुष्टि होने पर मंगलवार को लोकायुक्त सागर की टीम कार्रवाई करने के लिए टीकमगढ़ पहुंची। मंगलवार को फरियादी जयकुमार रिश्वत के 3 हजार रुपए लेकर पहुंचा। बिजली उपकेंद्र के सामने लाइन परिचालक तेजसिंह बुंदेला ने जैसे ही जयकुमार से रिश्वत के पैसे लिए और जेब में रखे। लोकायुक्त टीम ने दबिश देकर रंगेहाथ दबोचा लिया।