वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट या जांच की निगेटिव रिपोर्ट दिखाकर ही मिलेगा श्रद्धालुओं को प्रवेश; 'टीका' के बिना 48 पंडे-पुजारी समेत करीब 650 कर्मचारियों को भी एंट्री नहीं

Posted By: Himmat Jaithwar
6/13/2021

उज्जैन। उज्जैन में कोरोना के मामले कम होने के बाद महाकाल मंदिर 28 जून से श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोलने का निर्णय लिया गया है। वायरस से सुरक्षा के लिए प्रशासन ने यहां के पुजारी, पंडे और कर्मचारियों के लिए भी वैक्सीनेशन अनिवार्य कर दिया है। अब इन्हें भी मंदिर में प्रवेश के समय वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना होगा। बिना सर्टिफिकेट के पंडे, पुजारी और कर्मचारियों को भी एंट्री नहीं मिलेगी। उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने सभी कर्मचारियों को टीका लगवाने का आदेश दिया गया है। मंदिर में 650 से ज्यादा कर्मचारी हैं।

इससे पहले शुक्रवार को आपदा प्रबंधन की बैठक में निर्णय लिया गया था कि मंदिर 28 जून को खोला जाएगा। मंदिर में प्रवेश के लिए श्रद्धालुओं को 48 घंटे पहले की RT-PCR रिपोर्ट या वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा। कलेक्टर ने कहा है कि मंदिर में आने वाले सभी पुजारी, पुरोहित, प्रतिनिधि, सुरक्षा कर्मी, सफाईकर्मी समेत समिति के करीब 325 कर्मचारियों को 28 जून तक वैक्सीनेशन के बाद ही प्रवेश मिलेगा।


कई पुजारियों-कर्मचारियों ने नहीं लगवाया टीका
कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर में कई पंडे-पुजारी समेत कर्मचारी भी कोरोना से संक्रमित हुए थे। ऐसे में मंदिर में आने वाले लाखों श्रद्धालु और पुजारियों को भी टीका लगवाना जरूरी होगा। ऐसे में कई ऐसे पुजारी और कर्मचारी हैं, जिन्होंने कोरोना का टीका नहीं लगवाया है।

बता दें, 48 पुजारी-पुरोहित, परिसर में स्थित 44 अन्य मंदिरों के पुजारी, 326 मंदिर समिति के कर्मचारी, 120 सुरक्षाकर्मी, 100 सफाईकर्मी और अन्य कर्मचारी सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक मंदिर में तैनात रहते हैं।



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