खंडवा। खंडवा में नकली बीज के कारोबार मामले में बीज माफिया पर हुई छापेमार कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। संभागीय टीम की छापेमार कार्रवाई में तीन संस्थानों पर बड़ी मात्रा में बीज प्रमाणीकरण के नकली टैग मिले है। मामले में उप संचालक कृषि और बीज प्रमाणीकरण अधिकारी की मिलीभगत बताकर कृषि मंत्री ने इन्हें निलंबित किए जाने की बात कहीं। लेकिन इन अफसरोंं ने ही आधी रात को एक बीज माफिया पर एफआईआर करवा दी।
सवाल यह भी उठता है कि स्थानीय अफसर व जनप्रतिनिधियों की देखरेख में सालों से चले आ रहे नकली बीज के कारोबार को लेकर जब जिले में संभागीय टॉस्क फोर्स छापेमार कार्रवाई कर रहा था तब ही स्थानीय अफसरों की नींद खुली और वे आधी रात बीज उत्पादक एजेंसियों पर एफआईआर करने पर उतारू हो गए। इन विभागीय अफसरों ने शुक्रवार की रात 2 बजे पदमनगर थाने जाकर गांव पांजरिया स्थित प्रगति एग्रो सर्विसेस के प्रोपायटर संजय जैन पर धोखाधड़ी व आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओ में केस दर्ज कराया है।
बीज संस्थाओं पर छापामार कार्रवाई करती टॉस्क फोर्स टीम
हम तो ड्यूटी कर रहे, निलंबन की जानकारी नहीं
पदमनगर थाने पहुंचे उप संचालक कृषि रामस्वरूप गुप्ता व बीज प्रमाणीकरण अधिकारी प्रेमपालसिंह से भास्कर ने पूछा कि निलंबन के बाद आप किसी माफिया या संस्थान पर एफआईआर कैसे करवा सकते हो। दोनों अफसरों का कहना था कि निलंबन संबंधी हमारे पास कोई आदेश नहीं है। उच्च अधिकारियों के निर्देश में कार्रवाई कर ड्यूटी का फर्ज निभा रहे है। जब भास्कर ने कृषि विभाग के इंदौर संभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर आलोक कुमार मीणा से बात की तो उनका कहना था कि दोनों अफसरों के निलंबन संबंधी जानकारी मेरे पास भी नहीं है।
इन संस्थाओं पर की छापेमार कार्रवाई
शुक्रवार को संभागीय टीम ने खंडवा के ग्राम बावड़िया काजी में बालाजी सीड्स, प्रगति एग्रो सीड्स पांजरिया और उत्तम सीड्स दोंदवाड़ा पर छापेमार कार्रवाई की। इन संस्थानों के पास बीजों के नकली टैग बड़ी मात्रा में पकड़ाए है। खंडवा में सोयाबीन, कपास व गेहूं के नकली बीज का कारोबार 50 करोड़ के करीब है।
70 से ज्यादा संस्थान, नकली बीज से 50 करोड़ का कारोबार
खंडवा में बीज प्रमाणीकरण के नकली टैग के आधार पर करीब 50 करोड़ का कारोबार होता है। यहां से मध्यप्रदेश, राजस्थान, हैदराबाद, महाराष्ट्र व गुजरात आदि राज्यों में कपास और सोयाबीन के बीज भेजे जाते हैं। जिले में बीज निगम के अलावा 22 सहकारी संस्थाएं और निजी क्षेत्र में 50 बीज उत्पादक कंपनियां है।
अधिकतर भाजपा-कांग्रेस से जुड़े बीज माफिया
नकली बीज माफिया पर राजनीतिक पार्टियों का हाथ भी है। दो सप्ताह पहले स्थानीय अफसरों ने पंधाना रोड स्थित सारस एग्रो पर नकली बीज को लेकर छापा मारा था। लेकिन कार्रवाई का आज तक खुलासा नहीं हो पाया। यह संस्था भाजपा से जुड़े एक नेता की है। इसी तरह शुक्रवार को संभागीय टॉस्क फोर्स ने गांव बावड़िया काजी में बालाजी सीड्स पर छापा मारा है, उसका मालिक कांग्रेस से जुड़ा हुआ है।
इस तरह मिले बीज प्रमाणीकरण वाले नकली टैग