10 साल में 5 बार समय पर आया मानसून, पिछले दो साल से शहर में 50 इंच से ज्यादा बारिश हुई, इस बार भी हो सकती है औसत से ज्यादा बारिश

Posted By: Himmat Jaithwar
6/2/2021

इंदौर। प्री-मानसून की गतिविधि इस बार जल्दी शुरू होने से शहर में जल्द मानसून आने के आसार बन रहे हैं। जून की शुरुआत भी बारिश के साथ हुई। गुरुवार शाम को शहर के कई इलाकों में करीब एक घंटे तक तेज बारिश हुई। अब तक शहर में 1.3 इंच पानी बरस चुका है। पिछले 10 साल में पांच बार ऐसा हुआ जब मानसून समय से पहले आया और बारिश औसत से ज्यादा हुई।

पिछले दो साल से बारिश 50 इंच से ज्यादा हो रही है। यह इंदौर की औसत बारिश (34.4) से 16 इंच ज्यादा है। वहीं, नौतपा का अब सिर्फ एक दिन रह गया है। मौसम विभाग की मानें तो अब गर्मी बढ़ने की कोई संभावना नहीं है, उमस जरूर सता सकती है। मंगलवार को अधिकतम तापमान भी सामान्य से 1 डिग्री कम होकर 38.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, रात का पारा 24.4 रिकार्ड हुआ जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा।

इस बार पूरे गर्मी के सीजन में एक भी दिन नहीं चली लू
इस बार गर्मी में एक भी दिन लू चलने जैसी स्थिति नहीं बनी। मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला का कहना है कि इंदौर की तरफ लगातार हवा की दिशा उत्तर, पश्चिम बनी रही। दूसरी वजह इंदौर को तपाने वाली राजस्थान की गर्म हवा भी नहीं आई। चूंकि इस बार वहां भी ज्यादा तेज गर्मी नहीं पड़ी। लगातार पश्चिमी विक्षोभ का आना भी गर्मी को प्रभावित करने का एक कारण रहा। वहीं इंदौर से 200 किमी दूर भोपाल में पारा 42 डिग्री तक गया। इसके पीछे कारण वहां हवा की दिशा दक्षिणी रही। वहां की भौगोलिक स्थिति पहाड़ी है। कई तालाब होने के कारण भी गर्मी ज्यादा असर दिखाती है।

औसत से ज्यादा बारिश में मतलब दो साल का पानी
2019 में 53 इंच बारिश हुई थी, जबकि 2020 में 50 इंच के करीब पानी गिरा था। औसत से ज्यादा बारिश होने का फायदा यह हुआ कि गर्मी में भी पानी की किल्लत नहीं हुई। इसके अलावा औसत से अधिक पानी गिरने पर तालाबों में दो साल का बंदोबस्त हो जाता है। यदि इस बार औसत बारिश भी हुई तो तालाबों में 2022 तक का पानी उपलब्ध हो जाएगा।

तेज हवा से फॉल्ट हुए, कई क्षेत्रों में पौने घंटे गुल रही बिजली
सुबह से तो आसमान साफ था, लेकिन शाम 6 बजे के बाद मौसम एकदम बदल गया। बारिश के साथ तेज हवा चलने से बिजली के पोल पर तार उलझ गए। खुले ट्रांसफॉर्मर में पानी लगने से कई जगह फॉल्ट हुए। शहर के सभी 30 जोन कार्यालयों के किसी ना किसी हिस्से में बिजली सप्लाय प्रभावित हुई।10 मिनट तो कहीं पौन घंटे बाद ही बिजली आई।

पिछले एक दशक में कब-कब आया मानसून

साल मानसून आया
2011 22 जून
2012 3 जून
2013 10 जून
2014 10 जून
2015 14 जून
2016 21 जून
2017 26 जून
2018 24 जून
2019 25 जून
2020 14 जून



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