मध्यप्रदेश में नौतपा के बीच बारिश और आंधी का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ बारिश की संभावना जताई है। बुरहानपुर और खरगोन में शनिवार को 40 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चलने से लाखों केले के पौधे गिर गए। इससे किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं, अगर कल मानसून केरल पहुंच जाता है तो 17 जून तक मध्यप्रदेश में उसके पहुंचने की उम्मीद है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक ताऊ ते और यास तूफान मानसून के लिए लिए अनुकूल रहे। इसकी वजह से तय समय पर मानसून के आने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने बताया कि साउथ ईस्ट एमपी में ऊपरी हवाओं का चक्रवात बना हुआ है। यहां से तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इसके अलावा पूर्वी मध्य प्रदेश से विदर्भ तक भी ट्रफ लाइन बनी हुई है। इससे प्रदेश में नमी आ रही है। जिससे बादल बन रहे है। यह सिलसिला अगले दो दिन तक चलने का अनुमान है। इसके कारण शाम के समय भोपाल, इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद और जबलपुर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना बनी हुई है। शाह ने बताया के सुबह से बादल छाने से तापमान में भी कमी आएगी।
ट्रफ लाइन
बादलों के बीच जब ठंडी और गर्म हवा मिलती है तो एक कम दबाव का क्षेत्र बनता है। उस सिस्टम से निकलने वाली लाइन को ट्रफ (द्रोणिका ) लाइन कहते हैं। इसमे अचानक ही मौसम बदलता है और तेज हवा के साथ बारिश होती है।
रायसेन में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज
मौसम विभाग ने पिछले 24 घंटे में प्रदेश के कई हिस्से में बारिश दर्ज की है। इसमें रायसेन में 13.4 एमएम, शाजापुर 10.0 एमएम, भोपाल 3.4 एमएम, छिदवाड़ा 4.4 एमएम, गुना 4.2 एमएम, सिवनी 1.2 एमएम, इंदौर 1.2 एमएम, होशंगाबाद 1.4 एमएम, खरगौन 1.4 एमएम, भोपाल शहर में 12.3 एमएम और राजगढ़ में बूंदाबांदी दर्ज की गई।