मुरैना। कोरोना काल मे मेरा पढ़ाई में मन नही लग रहा है, पढ़ाई में मन एकाग्र नहीं रहता है, मुझे आईएएस बनना है। यह बात युवा पंकज पाण्डे ने कैरियर काउंसलिंग के दौरान बताई। इसके साथ ही दूसरे युवाओं ने भी अपनी-अपनी समस्याएं बताई जैसे, पुलिस में जाने के लिए क्या करना होगा? शिक्षक कैसे बने? इंग्लिश की स्पेलिंग और मैथ्स का फार्मूला याद नहीं होता। भारतीय सेना में जाने के लिए क्या करना होगा। ऐसे ही कई प्रश्नों की बौछार भारतीय जैन मिलन द्वारा आयोजित ऑनलाइन कैरियर काउंसलिंग के दौरान युवाओं ने की। शहर के क्षेत्र क्रमांक- 2 के द्वारा बच्चों एवं पेयरेंट्स के लिए कैरियर काउंसलिंग आयोजित की गई। इस दौरान काउंसलिंग में मुरैना भारतीय जैन मिलन की क्षेत्रीय चेयर पर्सन सरिता जैन द्वारा वेब पोर्टल के माध्यम से रुबरु हुआ गया।
कोरोनाकाल के इफेक्ट से युवा भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहे हैं। उनकी पढ़ाई व तैयारियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। कोई आईएएस की तैयारी कर रहा है, तो कोई पुलिस की तैयारी। किसी को शिक्षक बनना है, तो किसी को बैंक में क्लर्क। युवाओंं की इस समस्या को सामाजिक संस्था जैन मिलन ने बखूबी समझा और उनके लिए निशुल्क ऑनलाइन कैरियर काउंसलिंग की क्लास की। इस ऑनलाइन कैरियर काउंसलिंग में विशेषज्ञ रीतेश जैन गुड़गांव ने रूबरू होकर, कोरोना काल में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करने के रोचक तरीके बताएं। रितेश जैन ने कहा कि शिक्षा विकास का मूल आधार है, जो व्यक्ति में सद्गुण एवं अच्छे आचरण को विकसित करती है। आधुनिक शिक्षा के माध्यम से तकनीकी विकास और रोजगार पर बल दिया जाना समय की मांग है। परंतु शिक्षा का अंतिम उद्देश्य समाज कल्याण तथा राष्ट्र की समृद्धि है।
आयोजक सरिता जैन।
हर दिन करें अभ्यास
कैरियर काउंसलिंग में विशेषज्ञ ने, कक्षा 12वीं के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी सम्बन्धी सवालों का जवाब देते हुए बताया। बच्चों को रोज सभी विषयों के 50-50 बहु विकल्पीय प्रश्नों को हल करने के अभ्यास की आदत डालनी होगी। यूपीएससी जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए किसी भी संकाय के साथ सामान्य ज्ञान में बढ़ोतरी के लिए नियमित रूप से समाचार पत्रों को पढ़ते रहना होगा। सामान्य ज्ञान बढ़ाने के लिए डायरी बनाकर नियमित रूप से अभ्यास करते रहने से भी परीक्षा में मदद मिलती है।
फ्लैश कार्ड से करें स्पेलिंग याद
काउंसलिंग के दौरान एक बच्चे ने सवाल ने किया कि उन्हें इंग्लिश की स्पेलिंग याद नहीं होती। इस प्रश्न के जवाब में उसे बताया कि, आप इंग्लिश के ऐसे शब्द जो याद नहीं होते, उनका फ्लैश कार्ड बना लें। फ्लैश कार्ड के माध्यम से याद करने का अभ्यास करें। यह तरीका गणित के सूत्रों को याद करने में भी सहायक है।
स्कूल की तरह ऑनलाइन कक्षा की करें तैयारी
रीतेश जैन ने ऑनलाइन पढ़ाई से पूर्व के संबंध में विद्यार्थियों को कई उपयोगी टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि जैसे विद्यार्थी स्कूल जाने के लिए तैयारी करते हैं, ठीक उसी प्रकार की तैयारी ऑनलाइन कक्षा में बैठने से पहले करनी चाहिए। मोबाइल को पूरी तरह से चार्ज करके रखें। अपने कमरे में किसी एक कोने पर रीडिंग कार्नर बनाकर रखें, जिससे क्लास रूम का अनुभव हो। ऑनलाइन पढ़ाई करने से आंखों में परेशानी होने जैसी बातों के संबंध में बताया कि कुछ समय बाद आंखों को ठन्डे पानी से धोते रहे। हथेलियों को रगड़ कर आंखों पर रखने से आराम मिलता है। हथेलियों को रगड़ने से जो कोस्मिक एनर्जी निकलती है, वह आंख के लिए अच्छी होती है।
अपनी रुचि व क्षमता अनुरुप करें कैरियर व विषय का चुनाव
रितेश जैन ने कहा कि बदलते समय में छात्रों की सफलता में कैरियर काउंसलिंग तथा उचित मार्गदर्शन की महत्वता बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि छात्र अपनी रूचि व क्षमता के अनुरूप ही कैरियर एवं विषय का चुनाव करें। विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में कठिन मेहनत कर उपलब्धि प्राप्त करें।
सैद्धांतिक नहीं व्यवहारिक ज्ञान भी चाहिए
कार्यक्रम की आयोजक सरिता जैन ने बताया कि छात्रों को अपने कैरियर का सिर्फ सैद्धांतिक ही नहीं व्यावहारिक ज्ञान भी होना चाहिए। छात्र समय की महत्व समझें। कैरियर के अनुसार अपनी तैयारी करें तो निश्चित सफलता मिलेगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के चलते, लगभग एक वर्ष से स्कूल कॉलेज बंद है। ऐसे में छात्र-छात्रा अपनी पढ़ाई को लेकर असमंजस में हैं। ऑनलाइन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वीरांगना शीला जैन राष्ट्रीय महिला चेयरपर्सन, ने भी अपना मार्गदर्शन दिया। इस मौके पर क्षेत्रीय अध्यक्ष अतिवीर राजेश, जैन बंटी, मंत्री वीरांगना अनीता जैन, राष्ट्रीय चेयरपर्सन राजीव जैन, निवर्तमान अध्यक्ष नीरज छाबड़ा, रेखा जैन सहित अनेक लोग मौजूद रहे