राजगढ़। कोरोना को आप अगर हल्के में ले रहे हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के पचोर में कोविड गाइडलाइन का पालन करके शादी करने वाला अजय विवाह के 4 दिन बाद संक्रमित हुआ और 23 दिन बाद उपचार के दौरान जिंदगी की जंग हार गया है। सरकार ने सामूहिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया है। हमें इन प्रतिबंधों का पालन करना होगा, तभी हम कोरोना को हरा पाएंगे।
राजगढ़ जिले के पचोर शहर निवासी 25 वर्षीय अजय शर्मा की विवाह शादी 25 अप्रैल को हुई। वहां से आने पर चार दिन बाद अजय की रिपोर्ट 29 अप्रैल को पॉजिटिव आई। घर के अन्य सदस्यों में एक महिला भी पॉजिटिव मिलीं। रिपोर्ट के बाद पहले स्थानीय तौर पर उपचार कराया लेकिन बाद में भोपाल ले जाया गया, जहां सप्ताहभर वेंटिलेटर पर रहने के बाद 17 मई को अजय ने दम तोड़ दिया। हालांकि युवक की शादी कोविड प्रोटोकॉल से एक मंदिर में सीमित लोगों की मौजूदगी में ही हुई थी।
अजय की शादी राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ ब्लॉक के मोतीपुरा गांव की रहने वाली अन्नू शर्मा के साथ हुई थी। अन्नू का परिवार सीहोर में भी रहता है। ऐसे में वहां के एक मंदिर में शादी की गई। परिवार के चुनिंदा लोग उस शादी में गए। युवक की भाभी भी पॉजिटिव निकलीं और बाकी के अन्य परिजनों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। कोविड प्रोटोकॉल के हिसाब से युवक की अंत्येष्टि भोपाल के मुक्तिधाम में कुरावर निवासी रिश्तेदारों की मदद से की गई। कोरोना काल में शादियों की रिस्क लेने पर युवक अजय की जान चली गई। कहने को तमाम प्रोटोकॉल फॉलो किए गए थे, लेकिन शादी में हुई थोड़ी सी लापरवाही महंगी पड़ गई।
भाई की अपील, कोई भी आयोजन नहीं करें
मृतक के भाई त्रिलोक शर्मा और पारिवारिक सदस्य रमाकांत शर्मा ने कहा हमने सभी नियमों का पालन किया लेकिन फिर भी कोरोना संक्रमण से बच नहीं सके। हमारे परिवार पर दुख का पहाड़ टूटा है। सभी लोगों से निवेदन है कि किसी तरह की रिस्क नहीं लें और शादी सहित अन्य कोई भी आयोजन नहीं करें। राजगढ़ में शादी व अन्य सामूहिक कार्यक्रम पर प्रतिबंधित लगा है। कोरोना काल में थोड़ी सी लापरवाही आपकी व आपके परिवार की जान पर भारी पड़ सकती है।