इंदौर: स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा डागरिया और इंदौर कलेक्टर के बीच पनपा विवाद शुक्रवार को संभागायुक्त सहित अन्य अधिकारियों के साथ हुई बैठक में भी नहीं सुलझ सका. डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी कलेक्टर मनीष सिंह के इस्तीफे पर अड़े हैं. इसको लेकर उन्होंने संभागायुक्त को 3 दिन का अल्टीमेटम भी दिया है. इस दौरान वे काली पट्टी बांध कर काम करेंगे. अगर 3 दिन में कलेक्टर को नहीं हटाया जाएगा तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे.
इससे पहले स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टर्स ने कलेक्टर मनीष सिंह को हटाने के लिए गुरुवार को संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा था. जिसमें उन्होंने शुक्रवार की सुबह से हड़ताल पर जाने की बात कही थी. लेकिन आज बैठक में उनकी तरफ से संभागायुक्त को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है.
वहीं, इससे पहले संभागायुक्त की बैठक में शामिल हुए कोरोना प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा था कि डॉक्टरों के सम्मान की पूरी जिम्मेदारी उनकी है. डॉक्टरों के सम्मान से वो किसी प्रकार समझौता नहीं होने देंगे.
इसके अलावा उन्होंने इसे एक परिवारिक विवाद बताया था. साथ ही कहा था कि परिवार में कभी-कभी ऐसा विवाद हो जाता है. जिसे आपसी सहमति से सुलझा लिया जाता है. इस संकट के समय में डॉक्टरों की जरूरत है.