भोपाल। कोरोना से जूझ रहे लोगों की उम्मीद अस्पतालों से ही लगी हुई है। सरकार के बड़े-बड़े दावों के बीच अब भी लोग अपनों को लेकर ऑक्सीजन के लिए भटकने को मजबूर हैं। ऐसे में भोपाल के एम्स में सिस्टम के आगे पिता को लेकर भटकते बेबस बेटे का एक वीडियो सामने आया है। इसमें अपने पिता को स्ट्रेचर पर लेकर वह यहां-वहां भटकते नजर आ रहा है। वह कहता है कि पापा की हालत बिगड़ रही है। ऑक्सीजन सिलेंडर तो लगा है, लेकिन ऑक्सीजन नहीं है। कोई मदद करें, डॉक्टर भी नहीं आ रहे हैं। बीच-बीच में वह पिता को गले लगा लेता है और उन्हें दिलासा देता है कि बस डॉक्टर आ रहे हैं।
बेटा बोला- खुद ही देखभाल करना पड़ रही
वीडियो शेयर करने वाले कोलार निवासी शुभम मिश्रा का आरोप है कि उसने अपने 50 साल के पापा शशि भूषण मिश्रा को 24 अप्रैल को एम्स अस्पताल में भर्ती कराया था। तब बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के ही उनका ऑक्सीजन सैचुरेशन 85 था, लेकिन उसके बाद वह गिरता गया और 54 तक आ गया। इस दौरान डॉक्टर न तो यह बता रहे थे कि क्या इलाज कर रहे हैं और न ही उन्हें आईसीयू में ही भर्ती करते। हालांकि डॉक्टरों ने उन्हें बार-बार आईसीयू में रेफर करने की बात की, लेकिन हर बार बेड नहीं होने का हवाला देते हुए उन्हें आईसीयू में भर्ती नहीं किया गया। हालत बिगड़ते देख 30 अप्रैल को वह पापा को डिस्चार्ज कराने के बाद उन्हें प्राइवेट अस्पताल ले गया। यहां अब पहले से बेहतर हैं। हालांकि इस संबंध में अपने अस्पताल प्रबंधन से बात करने का प्रयास किया, ताकि उनका पक्ष जाना जा सके, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। वह खुद ही पिता की देखभाल कर रहा था।
8 महीने से काम नहीं
शुभम ने बताया कि उसके पिता पटना में एक कार कंपनी में जॉब करते थे, लेकिन कोरोना के कारण वे जॉब छोड़कर भोपाल आ गए। करीब 8 महीने से वे घर पर ही थे। अभी वे कोई जॉब नहीं कर रहे थे। शुभम ने बताया कि वह प्राॅपर्टी का काम करता है।