शहडोलः मध्य प्रदेश में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक प्रेमी जोड़े ने जाति की दीवार तोड़ते हुए एक दूसरे का जीवन भर साथ निभाने का वादा किया. वहीं पुलिस ने भी इस प्रेमी जोड़े की थाने में ही शादी कराकर एक अनूठी मिसाल पेश की. थाने के ही एक सिपाही ने पूरे वैदिक मंत्रोच्चार से दोनों की शादी संपन्न कराई.
क्या है मामला
घटना शहडोल जिले के गोहपारू थाना क्षेत्र की है. दरअसल यहां के सकरिया गांव में रहने वाली एक लड़की नानबाई गोड़ (22 साल) और पैलवाह का रहने वाला लड़का अनुज गुप्ता (24 साल) एक दूसरे से प्यार करते हैं. लेकिन दोनों की जाति अलग अलग है, जिसके चलते उनके घरवालों को दोनों का यह रिश्ता मंजूर नहीं था. ऐसे में प्रेमी जोड़ा बीती 27 अप्रैल को घर से भाग गया. दोनों के परिजनों ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई.
शिकायत मिलने पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने प्रेमी जोड़े को जल्द ही शहडोल से पकड़ लिया. दोनों के थाने लाया गया लेकिन वहां दोनों के घरवालों ने समाज के डर से दोनों के अपनाने से इंकार कर दिया. पुलिस के समझाने के बाद भी जब परिवार वाले नहीं माने तो पुलिस ने दोनों की थाने में ही शादी करा दी.
सिपाही ने किया मंत्रोच्चार
दोनों के बालिग होने के चलते पुलिस ने दोनों से पूछकर थाना परिसर में ही स्थित मंदिर में दोनों की शादी करा दी. इस दौरान एक सिपाही रामानंद तिवारी ने बाकायदा पंडित की भूमिका अदा करते हुए पूरे वैदिक मंत्रोच्चार से प्रेमी जोड़े की शादी कराई. इस शादी में पुलिस ही घराती और बराती बनी.
पुलिस ने आर्थिक मदद भी दी
भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, गोहपारू थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार ने बताया कि शादी के बाद दंपति के जीवन की गाड़ी चल सके, इसलिए पुलिस की तरफ से दोनों की आर्थिक मदद भी की गई है. वहीं पुलिस की इस अनूठी पहल की लोग तारीफ भी कर रहे हैं.