खंडवा। देशभर में ऑक्सीजन की कमी से कोविड मरीजों का बुरा हाल हैं। डॉक्टरों से लेकर IAS अफसर व मंत्रियों के दावे फेल हो चुके है। वहीं सोमवार की रात खंडवा जिला अस्पताल में ऑक्सीजन लेकर पहुंचे टैंकर के ड्राइवर व उसके साथी ने पहले लिक्विड ऑक्सीजन की रिफलिंग की, उसके बाद अफसरों को गणित समझाया। इस गणित अनुसार रिफिल हो चुके टैंकर को आगे से उठवाया। इससे 150 किलो ऑक्सीजन रिफलिंग के बाद भी मिली। जिससे कि एसएनसीयू वार्ड की 3 दिन की जरूरत पूरी हो जाएगी।
इस तरह लकड़ी के गत्तें लगाकर ऑक्सीजन टैंकर को आगे से उठवाया।
अपर कलेक्टर श्रेयांश कुमठ ने बताया कोविड संक्रमित मरीजों की जीवन रक्षा के लिए जिला अस्पताल खंडवा में टैंकर्स से ऑक्सीजन आपूर्ति हो रही है। सोमवार रात को INOXE कंपनी का टैंकर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई करने आया। इस बीच कलेक्टर अनय द्विवेद्वी, जिपं सीईओ नंदा भलावे आदि ने टैंकर के ड्राइवर जसविंदर सिंह और उसके साथी सुखचेनसिंह से बातचीत की। ऑक्सीजन सप्लाई, परिवहन आदि बिंदुओं पर चर्चा की। फिर ड्राइवर व उसके साथी ने मौजूद अफसरों को सुझाव दिया कि खाली टैंकर को एक तरफ उठाकर टैंकर को ऊंचा करके फंसी लिक्विड ऑक्सीजन निकाली जा सकती है। अफसरों की सहमति पर ड्राइवर लकड़ी के गत्तें लाया और टैंकर को आगे से उठवाया। इससे 150 किलो लिक्विड ऑक्सीजन अतिरिक्त प्राप्त की। कुमठ ने बताया सामान्यतः यह ऑक्सीजन टैंकर में वापस चली जाती थी, और उपयोग में नही आ पाती थी। इस 150 किलो ऑक्सीजन से जिला अस्पताल खंडवा की नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में ऑक्सीजन की 3 दिन की आवश्यकता की पूर्ति हो सकती है और लगभग 30 सिलेंडर में ऑक्सीजन भर सकती हैं।