ग्वालियर। लजीज राजमा की सब्जी से एक परिवार के चार सदस्यों की जान पर बन आई। घटना शुक्रवार रात बालाजी पुरम गुढ़ा गुढ़ी का नाका की है। कुशवाह परिवार के चार सदस्यों ने राजमा-चावल खाया था। कुछ देर बाद चारों को उल्टी होने लगी और हालत बिगड़ गई। कुछ ही घंटों में चारों पिता, बेटी व दो बेटों की हालत खराब हो गई। परिजन उन्हें JAH (जयारोग्य अस्पताल) लेकर पहुंचे। जहां उनके शरीर में जहर होने पर तत्काल पॉइजन वार्ड के ICU में भर्ती कर लिया गया। शनिवार सुबह तक सभी खतरे से बाहर हैं। घर में उन सदस्यों को कुछ नहीं हुआ है जिन्होंने राजमा नहीं खाई थी। शुक्रवार शाम को ही राजमा बाजार से खरीदकर लाए थे। अब परिवार पुलिस में शिकायत करेगा।
गुढ़ा गुढ़ी का नाका बालाजीपुरम निवासी 35 वर्षीय शिवी कुशवाह ठेकेदार हैं। वह लेबर कॉन्ट्रेक्टर हैं। कुछ समय पूर्व उनके बड़े भाई की मौत हो गई थी। जिसके बाद परिवार की सहमति से शिवी की उसके भाई की पत्नी मालती से शादी कर दी गई। ठेकेदार के चार बच्चे पूजा (21), आकाश (20), पूर्वी (18) व सौरव (16) हैं। शुक्रवार शाम को लॉकडाउन लग रहा था। इसलिए शिवी राजमा खरीदकर जल्दी घर पहुंच गया। पत्नी ने राजमा-चावल बनाया और रात 9 बजे तक पूरे परिवार ने खाना खाया। रात 11 बजे के बाद अचानक ठेकेदार शिवी कुशवाह, उसकी बेटी पूजा व बेटों आकाश व सौरव की हालत बिगड़ने लगी। वह बार-बार उल्टी करने लगे। कुछ ही देर में सभी लस्त पस्त हो गए। तत्काल अन्य परिजन व पड़ोसियों ने सभी को JAH पहुंचाया गया। यहां डॉक्टर ने उनको चेक किया तो जहरखुरानी की आशंका पर तत्काल ICU में भर्ती कर लिया। शनिवार सुबह तक सभी की हालत में बहुत सुधार है और वह खतरे से बाहर हैं। इस पर सभी को ICU से बाहर जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि खाना खाने के बाद अचानक पेट में जहर बनने लगा। सही समय पर यहां ले आए इसलिए सभी की हालत ठीक है।
जिसने खाई राजमा वही हुआ बीमार
परिवार के चार सदस्यों ने राजमा खाई थी, लेकिन शिवी की पत्नी मालती और छोटी बेटी पूर्वी ने राजमा नहीं खाया था। उनको राजमा पसंद नहीं है। इसलिए उन्होंने दूसरी सब्जी से खाना खाया था। इसिलए वह पूरी तरह सुरक्षित है, जबकि शिवी, उसकी बेटी पूजा, बेटे आकाश और गौरव ने राजमा खाई थी तो बीमार हुए। परिवार का कहना है कि राजमा में ही कोई दोष है। वह उसे चेक कराएंगे और फिर पुलिस थाना जाकर मामला दर्ज कराएंगे।