राजगढ़ः मध्य प्रदेश में पिछले दो दिनों में काले जादू और अंधविश्वास के 2 बड़े मामले सामने आ चुके हैं. शनिवार को रतलाम के एक परिवार ने घर के ही आयुर्वेदिक डॉक्टर पर भूत-प्रेत का साया होने के शक में तांत्रिक को बुलवाया, जिसने उसे जान से मरवा दिया. वहीं दूसरा मामला प्रदेश के राजगढ़ जिले से सामने आया. यहां 14 फरवरी से 18 फरवरी के बीच महाराष्ट्र से आए एक बाबा ने पाखंड का पांडाल लगा रखा था.
14 फरवरी से लगा लिया था पांडाल
महाराष्ट्र से आया यह बाबा तंत्र-मंत्र के जरिए लोगों को बुरे से बुरे भूत-प्रेतों से छुटकारा दिलाने की गारंटी लेता था. मामला राजगढ़ जिले के कुरावर नगर से 5 किलोमीटर दूर स्थित पीलूखेड़ी गांव का है. बाबा प्रेम साईं ने यहां 14 फरवरी से ही अपना पांडाल लगाकर अंधविश्वास का खेल जारी रखा था.
दरबार की एंट्री फीस 7500 रुपए थी
पाखंडी बाबा का दरबार लगते ही आसपास के गांवों से सैकड़ों लोगों की भीड़ वहां आ गई. कई पुरुष व महिलाएं अपनी समस्याएं लेकर आने लगे. फिर तंत्र-मंत्र से भूत भगाने का नाटक शुरू हुआ. ढोंगी बाबा ने अपने दरबार की एंट्री फीस 7500 रुपए प्रति व्यक्ति रखी थी. इस वसूली के लिए बाबा ने अपने पांडाल में बकायदा अलग से काउंटर भी बना रखा था.
पुलिस को पता चलते ही बाबा हो गया रफू-चक्कर
बाबा ने गांव में सुदर्शन यज्ञ करने की अनुमति लेते हुए भव्य दरबार लगाया और दावा किया कि जिन भी लोगों और महिलाओं को भूत-प्रेत दिखने या होने की समस्या है, वह तुरंत दूर कर देगा. पांच दिन बाद जब राजगढ़ प्रशासन को इस बात की जानकारी मिली तो 18 फरवरी को पांडाल में पुलिस भेजी गई. पुलिस ने भूत-प्रेत के नाम पर अवैध वसूली कर रहे बाबा का तंबू उखड़वाया. लेकिन ढोंगी बाबा अपने साथियों के साथ फरार होने में सफल रहा.